नई दिल्ली : पंजाब नैशनल बैंक से जुड़ी करीब 14 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की जांच की जद में भारत का सबसे बड़ा लॉ फर्म सिरिल अमरचंद मंगलदास (CAM) सीबीआई जांच के घेरे में है। अधिकारियों ने 13 हजार करोड़ के पीएनबी घोटाला मामले से जुड़े दस्तावेज इस साल फरवरी में जब्त किए थे।
जांच एजेंसियों को इस लॉ पर्म के मुंबई दफ्तर से पीएनबी घोटाले से संबंधित कागताज मिले हैं। इसी साल 20 फरवरी को सीबीआई के अधिकारियों ने इस लॉ फर्म में छापेमारी की थी जहां उसे नीरव मोदी की कंपनी और पीएनबी घोटाले से जुड़े संदिग्ध कागजात मिले थे जबकि यह फर्म न तो पीएनबी की तरफ से और न ही नीरव मोदी की तरफ से कोई केस देख रही थी। ऐसे में अधिकारियों को इस बात पर हैरानी हुई कि आखिर फर्म में घोटाले से जुड़े कागजात कैसे और क्यों पहुंचे? पुलिस सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि नीरव मोदी के दफ्तर से ट्रकों में भरकर करीब 50-60 कार्टूनों में पैक कर ये कागजात मंगवाए गए थे।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक संभवत: यह फर्म नीरव मोदी की मदद करना चाह रहा था। हालांकि, सीबीआई प्रवक्ता ने मामले पर कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। बता दें कि इस साल के शुरुआत में पीएनबी ने हीरा व्यापारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद सीबीआई ने मामले की जांच शुरू की थी।