मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने हाल ही में जारी रिर्पोट में बताया है की देश में ऐसे 277 इंजीनियरिंग कॉलेज है, जिन्हें अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से मान्यता नहीं हैं। केन्द्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने पिछले सप्ताह संसद में जानकारी देते हुए कहा कि पिछले तीन सालों में ऐसे फर्जी इंजीनियरिंग कॉलेज होने की जानकारी सरकार को मिली थी।
सबसे ज्यादा फर्जी कॉलेज दिल्ली में एआईसीटीई ने 15 राज्यों के लिए इस सूची को जारी किया है। इस सूची में दिल्ली पहले पायदान पर है, जहां पर ऐसे कॉलेज की संख्या सबसे ज्यादा है। दिल्ली में कुल 66 कॉलेज हैं, जहां पर बिना मान्यता के ही छात्रो को डिप्लोमा या फिर डिग्री दी जा रही है। दूसरे नंबर पर तेलंगाना है, जहां पर ऐसे कॉलेजों की संख्या 35 के पार है। पश्चिम बंगाल 27 के साथ तीसरे स्थान पर है।
इन कॉलेज की डिग्री मान्य नहीं एआईसीटीई के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्वे ने जानकारी देते हुए कहा की इन कॉलेज द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे सभी र्कोस , डिप्लोमा और डिग्री मान्य नहीं है और आगे भी हमारी संस्था ऐसे फर्जी संस्थानों की सूची जारी करता रहेगा। हम कोशिश करेंगें की भविष्य मे ऐसी स्थिति को समय से पहले उजागार किया जाए।
शहरी इलाकों में नहीं है कॉलेज तेलांगना के उच्च्तर शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में ऐसे फर्जी कॉलेज शहरी इलाकों में नहीं चल रहे हैं। यह ज्यादातर फर्जी कॉलेज रंगारेड्डी और हैदराबाद के बाहरी इलाकों में चल रहे हैं, जिनसे इनका आसानी से पता नहीं चल पाया था। हालांकि अब इन पर सरकार की तरफ से नकेल कसी जा रही है।
जवाहर लाल नेहरू तकनीकी विश्वविद्यालय, हैदराबाद के एक अधिकारी ने कहा कि विश्वविद्यालय अब ऐसे फर्जी शिक्षण संस्थानों पर नजर रखेगा ताकि छात्र ऐसे कॉलेज में प्रवेश ले और उनके भविष्य के साथ मजाक न हो। फिलहाल इन सभी कॉलेज को नोटिस जारी कर दिया गया है।