जम्मू-कश्मीर में रविवार रात को सुरक्षाबल और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन आतंकियों को मार गिराया गया। वहीं देश ने अपने 5 जांबाज वीर सपूतों को खो दिया, जिनका आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस मुठभेड़ में डंगवाल रोड के रहने वाले मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल शहीद हो गए।
शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को आज अंतिम विदाई दी जा रही है। हजारों लोगों की भीड़ उन्हें सलामी दे रही है। मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल का पार्थिव शरीर सोमवार शाम को देहरादून लाया गया था। शहीद मेजर के परिवार में दादी, मां, तीन बहनें और पत्नी हैं। मां दिल की मरीज हैं, जिस वजह से उन्हें सबसे अंतिम में बेटे की शहादत की सूचना दी गई।
मेजर ने पिछले साल अप्रैल मे निकिता कौल से शादी की थी, जो कश्मीर से विस्थापित परिवार से हैं। उनकी शादी को दस महीने ही हुए थे। देहरादून में इस समय हल्की बारिश हो रही है, इसके बावजूद उन्हें सलाम करने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हैं। मेजर वीएस ढौंडियाल को राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी जा रही है। उनके अलावा भी अन्य शहीद जवानों के पार्थिव शरीर आज अपने घर पहुंचेंगे।
मेजर विभूति ढौंडियाल का परिवार मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के बैजरों के पास ढौंड गांव का रहने वाला है। विभूति के दादा केएन ढौंडियाल 1952 में दून आकर बस गए थे। विभूति के पिता और दादा दोनों ही राजपुर रोड स्थित एयरफोर्स के सीडीए कार्यालय से सेवानिवृत्त हुए थे।मेजर वीएस ढौंडियाल को राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी जा रही है। एक तरफ देहरादून में मेजर ढौंडियाल को विदाई दी जा रही है तो वहीं पुलवामा मुठभेड़ में ही शहीद हुए मेरठ के रहने वाले अजय कुमार को भी विदाई देने के लिए लोग उमड़े हैं।