उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के खिलाफ मुख्य विपक्षी घोषित करने के लिये कांग्रेस और समाजवादी पार्टी(सपा)-बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन के बीच मौखिक जंग तेज हो गयी है। दोनों एक दूसरे पर भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के करीबी और भगवा ब्रिगेड को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रहे है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को बाराबंकी में एक चुनावी जनसभा में भाजपा के साथ सपा-बसपा गठबंधन पर भी जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा ‘‘ अखिलेश और मायावती का कंट्रोल मोदी के पास है। मेरी कोई हिस्ट्री नही है, इसलिये मैं मोदी से नही डरता हूं, मोदी मुझसे डरते है।’’ कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा को तगड़ झटका लगने वाला है। कांग्रेस ने कई सीटों पर भाजपा की हार तय करने के लिये वोट काटने वाले प्रत्याशी खड़े किये है। कांग्रेस गठबंधन के वोटों को नही काट रही है। हमारे उम्मीदवार कड़ी टक्कर दे रहे है। कांग्रेस की इस तरह की टिप्पणियों ने गठबंधन को परेशानी में डाल दिया है, विशेष रूप से सपा कांग्रेस के खिलाफ अब और अधिक आक्रामक हो गयी है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा ‘‘कोई भी हमें नियंत्रित नहीं करता है। हम राजनीतिक दल हैं। उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा और राष्ट्रीय लोकदल का गठबंधन है। गठबंधन का मुकाबला सत्तारूढ़ भाजपा से है। हमारा गठबंधन भाजपा की गलत नीतियों को रोकने सक्षम है। सपा अध्यक्ष ने गुरुवार को यहां कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘भाजपा ने कांग्रेस की ही तरह विरोध दल के नेताओं के खिलाफ ईडी, केंद्रीय जांच ब्यूरो और अन्य एजेंसियों का दुरुपयोग करना सीखा है। भाजपा और कांग्रेस के बीच कोई अंतर नहीं है। कांग्रेस लाभ उठाना चाहती है। भाजपा केंद्रीय एजेंसियों को विपक्षी नेताओं को डराने में लगा रही है।
भाजपा के वोट बैंक को सेंध लगाने के लिये कमजोर उम्मीदवार उतारने के कांग्रेस के दावे को खारिज करते हुये श्री यादव ने कहा ‘‘मुझे विश्वास नहीं है कि कांग्रेस ने कहीं भी कमजोर उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। कोई भी पार्टी ऐसा नहीं करती है। लोग उनके साथ नहीं हैं, इसलिए वे बहाने बना रहे हैं। श्री यादव ने कहा कि लोकसभा चुनावों में वह संसद में सपा के सांसदों की संख्या बढ़ना चाहते हैं। मैं उन लोगों में शामिल होना चाहता हूं जो नया प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं। मैं चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश में अगली सरकार बनाने में योगदान दे। उन्होंने कहा कि कई राज्यों के गठबंधन के पास विकल्प हैं। भाजपा के पास कोई अन्य नेता नहीं है। हमारा गठबंधन भारत को एक नया प्रधानमंत्री देना चाहता है।
मेरी पार्टी प्रधानमंत्री पद के लिये अन्तिम चुनाव परिणाम आने के बाद फैसला करेंगी। हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव प्रधानमंत्री पद की दौड़ में हैं। उन्होंने कहा ‘‘हमारा गठबंधन भारत को एक नया प्रधानमंत्री देना चाहता है। पार्टी अन्तिम परिणाम आने के बाद ही कोई फैसला लेगी। यदि नेताजी(मुलायम सिंह यादव) को यह सम्मान मिलेगा तो उन्हें खुशी होगी लेकिन वो प्रधानमंत्री की दौड़ में शामिल नही है। वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द, मोदी के खिलाफ सपा द्वारा लगाए गए बर्खास्त जवान के नामांकन की अस्वीकृति पर टिप्पणी करते हुए, श्री यादव ने कहा, ‘‘ जब वे राष्ट्रवाद के नाम पर वोट मांग रहे हैं, तो उन्हें एक सैनिक का सामना करना चाहिए था। उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था क्योंकि उसने भोजन के बारे में शिकायत की थी।