शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं पर भी प्रहार किया और कहा कि ऐसा जान पड़ता है कि उसका ध्यान बस दूसरे देशों पर ही है इसके साथ ही ठाकरे ने दावा किया कि यदि उनकी पार्टी ने 2014 में बीजेपी का समर्थन न किया होता तो वह महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए विपक्षी कांग्रेस और राकांपा को तोड़ने समेत सारी तरकीबें अपनाती।
वही , शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज दावा किया कि केंद्र ने अपनी योजनाओं के विज्ञापन पर चार हजार करोड़ रूपये से अधिक खर्च कर दिये और कहा कि सरकार का करदाताओं के धन पर कोई अधिकार नहीं है।
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उद्धव ने लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने का स्वागत किया लेकिन उन्होंने कहा , ‘‘ किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि पूरे देश को एक साथ बेवकूफ बनाया जा सकता है। ’’ उन्होंने कहा कि देश में आगामी चुनावों में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा होगा।
उन्होंने आशंका जतायी कि भाजपा चुनावों से पहले राम मंदिर मुद्दे को उछाल सकती है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि लोगों को अभी भी अपने खाते में 15 लाख रूपये आने का इंतजार है जिसका वादा मोदी ने 2014 के चुनाव प्रचार के दौरान किया था।
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उन्होंने दावा किया कि विभिन्न योजनाओं के विज्ञापनों पर सरकार ने चार हजार करोड़ रूपये से अधिक खर्च कर दिये। लोगों को कोई पैसा नहीं मिला लेकिन उनकी मेहनत से कमाए धन को विज्ञापन पर खर्च कर दिया गया।
शिव सेना के मुखपत्र ‘ सामना ’ में छपे उद्धव के साक्षात्कार के तीसरे और अंतिम भाग में उन्होंने कहा कि करदाताओं से मिलने वाले धन पर सरकार का कोई अधिकार नहीं है। इसका उपयोग केवल लोगों के कल्याण में होना चाहिए।
देश की विकास दर बढ़ने के बारे में पूछे जाने पर उद्धव ने जानना चाहा कि लोगों की आय में वृद्धि क्यों नहीं हो रही है। केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सहयोगी पार्टी के प्रमुख ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आने वाले सभी चुनावों में शिवसेना अकेले चुनाव मैदान में उतरेगी।