लेबनान-इजरायल सीमा पर तनाव कम करने का अमेरिकी दूत ने किया आग्रह US Envoy Urges To Reduce Tensions On Lebanon-Israel Border

लेबनान-इजरायल सीमा पर तनाव कम करने का अमेरिकी दूत ने किया आग्रह

अमेरिकी दूत अमोस होचस्टीन ने हिज्बुल्लाह और इजरायल के बीच सीमा पार गोलीबारी में जल्द से जल्द कमी लाने का आह्वान किया है। बेरूत की अपनी यात्रा के दौरान, होचस्टीन ने मंगलवार को कहा कि इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच संघर्ष को जल्दी और कूटनीतिक तरीके से हल करना सभी के हित में है। सिन्हुआ न्यूज़ एजेंसी ने बताया, होचस्टीन की टिप्पणी लेबनान के हाउस स्पीकर नबीह बेरी के साथ बैठक के बाद आई। दोनों ने इजरायल के साथ गाजा पर संभावित समझौते पर चर्चा की।

  • अमेरिका ने हिज्बुल्लाह-इजरायल से गोलीबारी में कमी लाने का आग्रह किया
  • होचस्टीन की टिप्पणी लेबनान के हाउस स्पीकर के साथ बैठक के बाद आई
  • दोनों ने इजरायल के साथ गाजा पर संभावित समझौते पर चर्चा की
  • अमेरिकी दूत ने लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से भी मुलाकात की

अमेरिकी दूत ने लेबनान के PM से की मुलाकात

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अमेरिकी दूत ने लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से भी मुलाकात की। मिकाती ने कहा कि लेबनान तनाव नहीं बढ़ाना चाहता है। उन्होंने कहा कि लेबनान के खिलाफ चल रहे इजरायली आक्रमण को रोका जाय और दक्षिणी सीमा पर शांति बहाल हो। होचस्टीन ने कहा कि गाजा में युद्ध विराम लेबनान सीमा पर संघर्ष को समाप्त कर सकता है। उधर, इजरायल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार के खिलाफ और गाजा में बंधकों की रिहाई की मांग को लेकर हजारों लोगों ने तेल अवीव में फिर से विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने नए चुनाव की मांग की। मंगलवार को लगातार तीसरे दिन सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए। आने वाले दिनों में और भी प्रदर्शन की योजना बनाई गई है।

नेतन्याहू पर लगे ये आरोप

इजरायल में नेतृत्व के खिलाफ महीनों से बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। नेतन्याहू पर अति-रूढ़िवादी गठबंधन की मांगों के आगे झुकने और हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को रिहा करने के सौदे को विफल करने का आरोप है। कुछ मंत्री हमास के साथ समझौते के खिलाफ हैं, क्योंकि यह युद्धविराम और इजरायली जेलों से फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई का भी प्रावधान करेगा। दूसरी ओर, नेतन्याहू गतिरोध के लिए हमास और उसके अड़ियल रुख को दोषी मानते हैं। इजरायल में नेतृत्व के खिलाफ प्रदर्शनों में अधिक से अधिक लोग शामिल हो रहे हैं। विरोध प्रदर्शनों में कुछ लोग घायल भी हुए हैं, जिससे सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है। सोमवार शाम को, यरुशलम में प्रधानमंत्री के निजी आवास के बाहर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें भी हुईं जिसमें कई लोग घायल हो गए।

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