विशाखापत्तनम में बढ़ते प्रदूषण स्तर के बीच, तेलंगाना सरकार ने गुरुवार को जिले में सिंगल-यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया।
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने प्रतिस्थापन के रूप में बायोडिग्रेडेबल सामग्री के उपयोग का निर्देश दिया। वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए, पिछली सरकार ने वर्ष 2022 से 2024 तक राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) योजना के तहत 19.15 करोड़ रुपये जारी किए। इसके अतिरिक्त, केंद्र सरकार ने भी प्रदूषण से निपटने के लिए 129.25 करोड़ रुपये आवंटित किए थे, लेकिन पिछली सरकार की लापरवाही के कारण प्रदूषण नियंत्रण उपाय कम प्रभावी रहे।
राज्य सरकार शहर में प्रदूषण के स्तर की समीक्षा करेगी और इसे नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेगी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार सुबह 11 बजे विशाखापत्तनम में मापा गया AQI स्तर 184 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार सुबह 11 बजे तक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 378 दर्ज किया गया, जिसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया। दिवाली के बाद से राष्ट्रीय राजधानी वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर से जूझ रही है।
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