प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बहन प्रियंका गांधी वाड्रा में कौन बेहतर’ को कांग्रेस का अंदरुनी विषय बताते हुए कहा कि इसका निर्णय लेना उनका हक नहीं बनता। पीएम मोदी ने शुक्रवार को ‘गांधी भाई-बहनों में से बेहतर नेता कौन है’, इस बारे में पूछे गए सवाल पर प्रधानमंत्री ने कहा,”कौन अच्छा या कौन बुरा, मैं व्यक्तिगत रूप से किसी से परिचित नहीं हूं, न कभी बैठकर कभी किसी विषय पर हमें चर्चा करने का सौभाग्य मिला है और इसलिए इसका निर्णय लेना मेरा हक नहीं बनता है। यह कांग्रेस पार्टी का अंदरुनी विषय है, उसे जो अच्छा लगे उन्हें नेता बनाये।”
प्रियंका वाड्रा के वाराणसी से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की चर्चा के सवाल पर प्रधानमंत्री ने कहा, ”मोदी चुनाव जीते या हारे, यह निर्णय जनता का है। मोदी पहली बार बनारस नामांकन भरने गया था और बाद में जिस दिन चुनाव प्रचार पूरा हुआ, उस दिन मैंने जनसभा की इजाजत मांगी थी, लेकिन वहां की सरकार ऐसी थी, वहां का राज्य निर्वाचन आयोग ऐसा था कि मेरे जनसभा करने पर प्रतिबंध लगा दिया था।”
गुजरात से बाहर बनारस को चुनाव लड़ने के लिए चुने जाने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, ”संगठन जो तय करे वह मैं करता हूं, तो उस समय संगठन के लोगों को लगा कि मुझे बनारस जाकर चुनाव लड़ना चाहिए। डॉ. मुरली मनोहर जोशी जी ने वहां काफी अच्छा काम किया हुआ था, जोशी जी के आशीर्वाद थे और स्वाभाविक है कि पार्टी ने तय किया था, सो मैं चला गया था।”
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मोदी ने नेहरु-गांधी परिवार से निजी दिक्कतों के आरोप पर पूछे गये सवाल का सहजता से उत्तर देते हुए कहा, ”मैंने देश को कहा है कि मैं देश को लूटने वालों से पाई-पाई वापस लूंगा, यह मेरा वादा है। मुझे बताइए, नेशनल हेराल्ड का केस क्या मेरे आने के बाद शुरू हुआ क्या? पहले से चल रहा था, लेकिन दबा दिया गया था, मैं तो कानूनी काम कर रहा हूं, तब देश के एक वित्त मंत्री थे, आज उन्हें कोर्ट के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।”
कांग्रेस अध्यक्ष के दो सीटों से चुनाव लड़ने पर हो रहे बवाल पर मोदी ने कहा, ”चुनाव वह कहां से लड़े, कहां से न लड़े, वह मेरा विषय नहीं है, वह उनकी पार्टी का विषय है और भारत के संविधान ने मौका दिया है, लेकिन जिस तरीके से जाना पड़ा है, ये चर्चा हमने शुरू नहीं की है। मीडिया ने तुरंत उठाया था कि अमेठी अब उनके लिए मुश्किल है, तो इस अर्थ में वह गए हैं। बाकी उसके लिए उन्हें जो कहना पड़ा, वह कहें, अमेठी से उन्हें भागना क्यों पड़ा। उसकी चर्चा है और इस पर चर्चा राजनीतिक दृष्टि से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का पूरा हक बनता है।”
गौरतलब है कि राहुल गांधी इस बार उत्तर प्रदेश के अमेठी के अलावा केरल की वायनाड संसदीय सीट से भी चुनाव मैदान में हैं। भाजपा में वंशवाद के सवाल पर मोदी ने कहा, ”मुख्यधारा वाले जो लोग होते हैं उन्होंने उसूल बनाने होते हैं तो बाकी लोग भी सोचते हैं। अगर भाजपा ही बुरे रास्ते पर चली जायेगी और वह दूसरों को कहे कि आप सही रास्ते पर चलो, तो यह कैसे संभव होगा, तो इसलिए कांग्रेस पार्टी से अपेक्षाएं ज्यादा हैं। बाबा साहब अंबेडकर ने कहा था कि वंश्वाद लोकतंत्र के लिए खतरा है, यह उनका भाषण है, तब तो मोदी पैदा भी नहीं हुआ था। उस विचार के व्यक्ति ने देश को संविधान दिया है। उस अर्थ में मैं कहता हूं कि लोकतंत्र में वंशवाद यह उचित नहीं है। मैं किसी का नाम नहीं लेता हूं, जिस वंशवाद की मैं आलोचना करता हूं वह बिल्कुल अलग है।”