समाजवादी चिंतक और विचारक जय प्रकाश नारायण की जंयती पर बुधवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के जेपीएनआइसी जाने से रोकने के लिए एलडीए ने मंगलवार देर शाम गेट पर ताला लगा दिया। लेकिन अखिलेश यादव अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए। पुलिस के मना करने पर वह नहीं मानें और गेट फांदकर अंदर पहुंच गए और माल्यार्पण किया।
एलडीए ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अखिलेश यादव को जेपीएनआइसी में माल्यार्पण कार्यक्रम की अनुमति देने से मना कर दिया था। इस मामले सुरक्षा व्यवस्था काफी मुस्तैद रही। अखिलेश यादव ने जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआइसी) में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने का कार्यक्रम तय किया था।
सपा प्रदेश कार्यालय की ओर से एलडीए उपाध्यक्ष डा. इंद्रमणि त्रिपाठी ने अनुमति मांगी गई थी। लेकिन अनुमति नहीं मिली। इस मामले पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि महान समाजवादी विचारक, सामाजिक न्याय के प्रबल प्रवक्ता लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर अब क्या सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए ये टिन की चद्दरें लगाकर जेपीएनआइसी का रास्ता रोका जा रहा है।
सच ये है कि भाजपा लोकनायक जयप्रकाश जी के भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई के ख़िलाफ़ छेड़े गये आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है क्योंकि भाजपा के राज में तो भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई तब से कई गुना ज़्यादा है। अब क्या माल्यार्पण के लिए भी जयप्रकाश नारायण जी की तरह 'सम्पूर्ण क्रान्ति' का आह्वान करना पड़ेगा। अगर भाजपा को यही मंज़ूर है तो यही सही।