हैदराबाद: लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को एक बार फिर राम मंदिर की याद आ गई है। बीजेपी अमित अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया है कि लोकसभा चुनाव 2019 के पहले अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया जायेगा। अमित शाह ने यह बात हैदराबाद में यह बात पार्टी के नेताओं के साथ एक बैठक में कही है। सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष की ओर से किये गये इस दावे के बाद से एक बार फिर से अयोध्या विवाद मामला गरमाना तय हो गया है क्योंकि अभी तक बीजेपी के सभी बड़े नेता इस मुद्दे पर कोर्ट का हवाला देकर बयान देने से बचते नजर आते थे।
अमित शाह ने शुक्रवार को पार्टी नेताओं के साथ बैठक में कहा कि चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये कदम उठा लिये जाएंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पी. शेखरजी ने मीडिया को ब्रीफ करते हुये बताया कि यह मीटिंग बीजेपी के तेलंगाना राज्य के कार्यालय में हुई थी। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बताया है कि घटनाक्रमों को देखते हुये ऐसा विश्वास है कि राम मंदिर का निर्माण आम चुनाव से पहले शुरू हो जाएगा। एक दिन के दौरे पर पहुंचे अमित शाह ने यह भी कहा कि जल्द चुनाव कराने की कोई संभावना नहीं है।
यहां बता दें कि बीजेपी के अंदर भी कई बार नेता राम मंदिर को लेकर बयान देते रहे हैं लेकिन पार्टी की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ भी साफ नहीं कहा जाता रहा है। कुछ दिन पहले ही पूर्व सांसद राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. रामविलास दास वेदांती ने कहा कि बीजेपी यदि राम मंदिर का निर्माण नहीं कराती है तो वह रसातल में चली जाएगी। वेदांती ने कहा, “चुनाव से पहले सीएम योगी ने राम मंदिर के नाम पर घूम-घूमकर वोट मांगा था। यदि बीजेपी राम मंदिर का निर्माण नहीं करती है तो रसातल में चली जाएगी.” वेदांती ने यह बात उस समय कही जब मंच पर सीएम योगी मौजूद थे।
इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर संत समाज को धैर्य रखने की जरूरत है। इसका समाधान जल्द ही आएगा। इसके लिए सामाजिक तनाव को कम किए जाने की जरूरत है।