आज के समय में भी जब बात रामानंद सागर के रामायण की आती है तो एक-एक किदार हमारे दिमाग में आ जाते हैं। वहीं बात कि जाए राम-सीता ,भरत,लक्ष्मण ,हनुमान या फिर रावण। जिन्होंने भी यह किरदार निभाए हैं वह आज तक भी दिमाग में बसे हुए हैं। पुराने कलाकारों की चर्चा हम यूं तू करते ही रहते हैं।
ऐसे ही एक किरदार थे रावण। रामानंद सागर की रामायण में रावण का किरदार निभाया था अरविंद त्रिवेदी ने पहाड़ से शरीर और गरजती आवाज वाले उस रावण की छाप अरविंद त्रिवेदी पर ऐसी पड़ी की लोग आज भी रावण लोग उन्हें रावण के नाम से ही जानते हैं।
टेलीविजन पर लंका नरेश का रोल अदा करने वाले अरविंद त्रिवेदी पर अपने काम ऐसी छवि दे डाली कि रामायण के इतर भी उन्हें खलनायकों के रोल भी मिलने लगे। रामायण में रावण का किरदार आदा करने वाले अरविंद मूल रूप से मध्य प्रदेश के शहर इंदौर से ताल्लुकात रखते हैं।
आज के समय में यह मशहूर कलाकार काफी कमजोर हो गए हैं। आपको बता दें कि अरविंद बचपन उज्जैन में बीता। वो बताते हैं कि बचपन से ही उन्हें रामलीला देखने का बहुत शॉक था ओर रोज उसे देखने के लिए जाया करते थे।
वैसे कहने को तो अरविंद का बचपन मध्यप्रदेश में जरूर बीता हो लेकिन उनका बाकी पूरा परिवार गुजरात में रहा था। उनके बड़े भाई उपेंद्र त्रिवेदी गुजराती थियेटर केजाने माने आर्टिस्ट रहे। आपने बड़े भार्ई को देखकर ही अरविंद एक्टिंग की लाइन में गए और उन्होंने रंगमंच पर लंबे अरसे तक काम भी किया। काफी कम लोग जानते हैं कि अरविंद त्रिवेदी ने रामायण के अलावा गुजरात और हिंदी की करीब 300 फिल्में भी कि हैं।
आपको बता दें इतना ही काफी नहीं बल्कि रामानंद सागर ने रावण के किरदार के लिए करीब 300 कलाकारों का ऑडिशन लिया था। अरविंद जैसे ही रावण के आवतार में आया तो वहां बैठे सभी दर्शक ने तभी के तभी यह ऐलान कर डाला कि तुम ही मेरे रावण बनोगे।
फिर हुआ कुछ ऐसा कि कुछ ही दिनों में अरविंद सुपरस्टार बन गए। अरविंद ने रामायण के बाद विश्वामित्र नाम का धाराहवाहिक में भी काम किया। लेकिन 90 के दशक में ही अरविंद ने टीवी सीरिल्स से दूरी बनाकर राजनीति में हिस्सा ले लिया था। इतना ही नहीं उन्होंने लोकसभा के चुनाव भी जीते। उम्र के इस पड़ाव में आकार अरविंद अपना ज्यादा से ज्यादा समय भक्ति अराधना में लगाते हैं।