चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए एक बड़े झटके के रुप में देखा जा रहा है, क्योंकि जाट समुदाय में इनका वोट बैंक काफी कारगार साबित होने वाला था, ज्योति मिर्धा राजस्थान की राजनीति में एक बड़ा नाम है, बता दें कि नागौर जाट बाहुल्य क्षेत्र है, वहीं उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद जाट वोटर्स का भाजपा को समर्थन मिल सकता है। साल 2019 में कांग्रेस ने नागौर लोकसभा सीट से ज्योति मिर्धा को चुनावी मैदान में खड़ा किया था, वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल से उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था।