कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है इसलिए बीजेपी अभी से ही चुनाव की तैयारियों में लग चुकी है बीजेपी ने चुनाव की तैयारी की पहली झलक मध्य प्रदेश में दिखा दी है।
शिवराज सिंह को किनारे कर रही बीजेपी
जिसके बाद से ही शिवराज सिंह को लेकर तमाम तरह की खबरे चल रही है कई लोग कह रहे है की बीजेपी शिवराज सिंह को किनारो करने की तैयारी कर रही है ये बात इसलिए कही जा रही है क्योंकी बीते दिनो बीजेपी नें मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सात सांसदो को चुनावी मैदान में उतार दिया।
केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव में उतारा
इतनी ही नहीं बीजेपी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों को भी चुनावी मैदान में उतारा है इनमें पहला नाम नरेंद्र सिंह तोमर का है इतने बड़े नेताओं को विधानसभा चुनाव में उतारने के बाद माना जा रहा है की बीजेपी का शिवराज सिंह से भरोसा खत्म हो चुका है।
पिछली हार के बाद बीजेपी ने लिया सबक
क्योंकी बीते चुनाव में एमपी में शिवराज सरकार हार गई थी इसी बात को ध्यान में रखते हुए बीजेपी इस बार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। इसलिए बीजेपी ने मंत्रियों को छोटे चुनाव में उतारा है। बीजेपी ने सांसदो औऱ मंत्रियों को उस सीट पर उतारा है जिस पर बीजेपी का खऱाब प्रदर्शन रहा है। कई सीटों पर कांग्रेस के नेता मजबूत है इसलिए उनके सामने मजबूत उम्मीदावर को उतारा गया है ।
शिवराज को लेकर अमित शाह ने क्या कहा
चुनाव को लेकर अमित शाह और पीएम मोदी कई बार एमपी का दौरा कर चुके है इस बार शिवराज सरकार को लेकर कह रहे है कि शिवराज जी अभी मुख्यमंत्री हैं ही चुनाव के बाद मुख्यमंत्री कौन होगा ये पार्टी का काम है और पार्टी ही तय करेगी।
एमपी दौरे में मोदी ने सीएम को लेकर नहीं की बात
शाह की इस बात से ही साफ हौ गया था कि बीजेपी अब तक के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले शिवराज सिंह चौहान का विकल्प ढूंढ रही है। बीते दिनों 25 सितंबर को मोदी एमपी गए थे लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ता महाकुम्भ' में शामिल होने के बाद 40 मिनट तक भाषण दिया। लेकिन एक बार भी शिलराज सिंह के नाम का जिक्र नहीं किया।
मोदी ने दिल्ली आते ही उम्मीदवारों की सूची जारी की
इसके बाद मोदी, भोपाल से दिल्ली वापस लौटे और उसी दिन शाम को भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने 39 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी। इसमें तीन केंद्रीय मंत्रियों के अलावा चार सांसदों के नाम भी थे। इसके साथ ही, प्रदेश के एक और कद्दावर नेता और भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का भी नाम था। शाह और मोदी के इस हावभाव से तो साफ हो चुका है की बीजेपी शिवराज सिंह का विकल्प ढूंढ चुकी है।