केन्द्रीय विधि मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी विकास पर बहस से भागकर गोत्र की बातें कर रहे हैं। रवि शंकर प्रसाद ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि देश की राजनीति में ऐसा पहली बार सामने आया है कि जाति और समुदाय की बातें की जा रही हैं। ये निजी बातें होती हैं। क्या राहुल विकास पर बहस से भाग रहे हैं। इसका क्या मतलब है।
उन्होंने कहा कि यहां विकास की बजाय गोत्र की बातें की जा रही हैं। जब जवाहर लाल नेहरु, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के गोत्र की चर्चा नहीं हुई तो राहुल गांधी के गोत्र की चर्चा का क्या मतलब है। गुजरात में वह खुद को शिवभक्त बताते हैं तो पुष्कर में गौड़ ब्राम्हण गोत्र दत्तात्रेय बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमने विकास की राजनीति की है, और हम विकास को तराजू में नहीं तौलते।
रवि शंकर प्रसाद ने राजस्थान में कांग्रेस के संकल्प पत्र पर चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस ने जिस तरह 50 वर्ष देश को चलाया है, क्या वे वैसे ही चलायेंगे। इसका आधार क्या है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को ईमानदार बनाने की कोशिश कर रहे हैं और जब देश को ईमानदार बनाने की कोशिश होती है तो कांग्रेस को परेशानी होती है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया से देश में बदलाव आया है। केंद्र की जो भी योजनायें हैं उसका लाभ सभी समुदाय के लोगों को मिला है। नोटबंदी से 14 लाख करोड़ रुपये बैंकों में आया है। यह सभी सफेद धन नहीं है। आठ हजार करोड़ रुपये की बेनामी सम्पत्ति का पता लगा है।
दो लाख 24 हजार फर्जी कम्पनियों के पंजीकरण निरस्त किये गये हैं। आठ हजार करोड़ रुपये कर के रूप में आया। रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि देश ईमानदार बनता है, उसे ईमानदार बनाने वाला चाहिए।