देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई में चल रही जंग को लेकर अदालत में लड़ाई लड़ी जा रही है। आज (मंगलवार) को सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना पर लगे आरोपों की जांच कर रहे सीबीआई अधिकारी एके बस्सी ने मोइन कुरैशी मामले में सुप्रीम कोर्ट की शरण ली है। पिछले हफ्ते डायरेक्टर आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेजे जाने पर मचे बवाल के बाद बस्सी को पोर्ट ब्लेयर ट्रांसफर कर दिया गया था। बस्सी ने अपने ट्रांसफर के आदेश को कोर्ट में चुनौती देते हुए याचिका दायर की।
याचिका में उन्होंने कहा कि सबूतों के आधार पर वो अस्थाना को दोषी ठहराने वाले थे। उन्होंने कोर्ट में मंगलवार को कहा कि उनके पास इस बात के सबूत थे कि एफआईआर में जिन लोगों का नाम शामिल था, उन लोगों ने 3.3 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी। मंगलवार को सीबीआई अफसर एके बस्सी ने उनका ट्रांसफर होने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, हालांकि कोर्ट ने अर्जेंट सुनवाई से मना कर दिया।
एके बस्सी का कहना है कि उनके पास छुट्टी पर भेजे गए स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ सबूत हैं। बस्सी की मांग है कि इस मामले में एसआईटी का गठन किया जाए. बस्सी ने कहा कि उनके खिलाफ राकेश अस्थाना के खिलाफ पूरे सबूत हैं।
आपको बता दें कि एके बस्सी वही व्यक्ति हैं, जो राकेश अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की जांच कर रहे थे, लेकिन सीबीआई में मचे बवाल के बाद पूरी टीम को बदल दिया गया था, जिस दौरान उनका भी ट्रांसफर हो गया था।
दूसरी तरफ मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट में सतीश साना की याचिका पर सुनवाई हुई. सतीश साना ने सुप्रीम कोर्ट में उनकी सुरक्षा बढ़ाए जाने के लिए याचिका दायर की थी. जिसपर सुप्रीम कोर्ट राजी हो गया है।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने इस मामले में कहा कि अगर किसी नागरिक को लगता है कि उसकी जान को खतरा है, तो हम उसे सुरक्षा दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि जस्टिस पटनायक जो सीवीसी की जांच पर निगरानी कर रहे हैं, ये मामला वही देखेंगे. सतीश साना को हैदराबाद पुलिस प्रोटेक्शन देगी।
कौन है सतीश साना?
बता दें कि सतीश बाबू साना ही वह व्यक्ति है जिसने मोइन कुरैशी से जुड़ा अपना केस रफा-दफा कराने के लिए राकेश अस्थाना को 3 करोड़ रुपये रिश्वत देने का आरोप लगाया है। साना का नाम सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को रिश्वत देने के आरोप में सामने आया है।