बहुत जल्द ही मध्य प्रदेश में चुनाव होने वाले है। जिसको लेकर बीजेपी चुनाव की तैयारियों मे जुट चुकी है बीजेपी इस बार के विधानसभा चुनाव में किसी तरह की कोई गल्ती नहीं करना चाहती
2024 का चुनाव को लेकर बीजेपी की तैयारी
इस बार 2024 का चुनाव बीजेपी के लिए चुनौती बनकर सामने आ रहा है। दूसरी तरफ विपक्ष का इंडिया गठबंधन भी बीजेपी बराबर की टक्कर देने की तैयारी कर रहा है।
कर्नाटक हारने के बाद बीजेपी ने बनाया प्लान
दरअसल बीजेपी कर्नाटक हारने के बाद किसी तरह का रिस्क नही लेना चाहती यही वजह है कि बूजेपी अपने सात सांसदो को विधानसभा चुनाव में उतार चुकी है जिसमें तीन केंद्रीय मंत्री है।
बीजेपी 150 सीटे जीतना चाहती है बीजेपी
बीजेपी के इस फैसले से तो साफ है की बीजेपी हर हाल में मध्य प्रदेश में फिर से सरकार बनाना चाहती है। मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें और बीजेपी 150 सीटों को जीतने का टारगेट लेकर चल रही है। लिहाजा इस टारगेट तक पहुंचने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति को बिल्कुल ही बदल दिया है।
2023 में हुए तीन राज्यों में बनी NDA गठबंधन की सरकार
मई 2023 में देश के 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए, तो नतीजे 3-1 से भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में रहे। पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन ने अपनी सत्ता को बरकरार रखा, लेकिन कर्नाटक बीजेपी के हाथों से खिसक गया। कर्नाटक में मिली हार के बाद मध्य प्रदेश समेत देश के 5 राज्यों में पहला चुनाव होना है और ऐसे में बीजेपी फूंक-फूंककर कदम रख रही है।
बीजेपी ने मध्य प्रदेश में 39 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर चुकी
भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में रणनीति को बदलते हुए मध्य प्रदेश विधानसभा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। बीजेपी ने 17 अगस्त को अपनी पहली लिस्ट जारी की थी, इस लिस्ट के जारी होने के बाद हर कोई हैरान रह गया था क्योंकी बीजेपी ने बड़े मंत्री सांसदो को इस लिस्ट में जगह दे दी है। बीजेपी अब तक 39 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर चुकी है।
बीजेपी ने सात सांसद को विधायक का टिकट दिया
बीजपी ने सात सांसद उन सीटों पर उतारे है जिसपर कांग्रेस पार्टी के नेता बीजेपी को टक्कर दे रहै और जिस सीट पर बीजेपी हार चुकी है उन सीटों पर बीजेपी ने बड़े नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा है।
किस सांसद को कहां से मिला टिकट
इंदौर से बीजेपी ने कैलाश विजयवर्गीय को टिकट दे दिया है । वहीं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोम केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल जैसे दिंग्गज नेताओं को टिकट दिाया गया गया है। बीजेपी की रणनीति है है कि दूसरे राज्यों में चुनाव लड़ाने वाले नरेंद्र तोमर जैसे नेता अब खुद राज्य में विधायकी का चुनाव लड़ेंगे। प्रह्लाद सिंह पटेल तो पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे, जबकि फग्गन सिंह कुलस्ते 33 सालों के बाद विधायकी के लिए खड़े होंगे। इन सभी फैसलों से साफ है की मध्य प्रदेश के नतीजे बेहद चौंकाने वाले हो सकेत है।