कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके. शिवकुमार के बीच अंदरूनी कलह बदतर होती जा रही है। बेंगलुरु में बीजेपी मुख्यालय में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्दारमैया द्वारा बुलाई गई डिनर मीटिंग उपमुख्यमंत्री शिवकुमार को शामिल करने और राज्य सरकार में उनके कारण होने वाली परेशानियों को खत्म करने के लिए है।
ट्रांसफर लॉबी जारी है
येदियुरप्पा ने कहा, "इस सरकार में ट्रांसफर लॉबी जारी है। जबकि, आईटी छापों से यह साबित हो गया है कि इस कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार व्याप्त है। छापेमारी से यह भी पुष्टि हो गई है कि राज्य सरकार लूट की सरकार है। नाकामी छुपाने के लिए केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हैं। राज्य कांग्रेस के लिए एटीएम है, इसलिए केंद्रीय नेता कर्नाटक का दौरा कर रहे हैं।
लक्ष्य तय करने के लिए राज्य का दौरा
एआईसीसी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल ने चुनाव का लक्ष्य तय करने के लिए राज्य का दौरा किया था।
मुख्यमंत्री प्रशासन पर नियंत्रण खोते जा रहे हैं। शक्ति मुफ्त यात्रा योजना को छोड़कर अन्य सभी गारंटी योजनाएं आधे लाभार्थियों तक भी नहीं पहुंच पाई हैं। उन्होंने मुफ्त बिजली की घोषणा की और बिजली दरें बढ़ा दीं। अगर यही सिलसिला जारी रहा तो बीजेपी राज्यव्यापी आंदोलन करेगी। हमने उन्हें छह महीने का समय दिया था लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।
गारंटी को पूरा करने के लिए संघर्ष
उन्होंने आगे कहा, "सरकार वस्तुत: गारंटी को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रही है। न तो मुख्यमंत्री और न ही किसी अन्य मंत्री ने सूखाग्रस्त इलाकों का दौरा किया है। सूखे के दौरान विधायकों को 2 करोड़ रुपए की निधि मिलनी थी लेकिन केवल 50 लाख रुपए ही जारी किए गए। एससी-एसटी अनुदान भी जारी नहीं किया गया है। येदियुरप्पा ने कहा कि विपक्ष के नेता (एलओपी) और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी हो रही है। हमने केंद्रीय नेतृत्व से जल्द से जल्द नियुक्तियां करने का अनुरोध किया है। शीतकालीन विधानसभा सत्र से पहले नेताओं की नियुक्ति कर दी जाएगी।