बॉलीवुड दुनिया में आना हर किसी का सपना है और यह सपना हर कोर्ई अपना पूरा करना चाहता है। बॉॅलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन है जिसे दुनिया शंहशाह और बिग बी के नाम से जानती है। बिग बी इस सदी के महानायक के नाम से भी जानते हैं। बिग बी उम्र के इस पढ़ाव पर भी अपने अभिनय से सबको ही दीवाना बना रखा है। बिग बी फिल्मों के साथ-साथ काफी सारे सामाजिक सरोकारों के साथ भी जुड़े हुए हैं। अमिताभ बच्चन की भारत में जितनी अच्छी साख है उतनी ही अच्छी साख विदेशों में भी है।
सीधी सी बात यह है कि अमिताभ बच्चन का कद कितना ऊंचा है उनकी शख्सियत भी उतनी ही ऊंची है। लेकिन बहुत कम लोग ही होंगे जो यह नहीं जानते होंगे कि सदी केमहानायक से भी जीवन में काफी गलतियां हुई हैं। बिग बी अपनेी उन गलतियों के बारे में यही बोलते हैं कि वह उन गलतियों को अब सोचना भी नहीं चाहते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं अमिताभ बच्चन की उन गलतियों के बारे में जो कि हम सबको जानना काफी जरूरी है।
जीवन की सबसे बड़ी गलती था राजनीति में जाना
बता दें कि राजनीति में जाने का अमिताभ बच्चन का सबसे बड़ा गलत फैसला था। इस बात को तो अमिताभ बच्चन ने खुद कबूला है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कहने पर अमिताभ बच्चन ने राजनीति में अपना कदम रखा था। जब साल 1984 में इंदिरा गांधी की मौत हो गई थी तो उसके बाद राजीव गांधी अपनी ही एक नई टीम बना रहे थे जिसमें वह अपने ही वफादार रखने की सोच रहे थे। राजीव गांधी अपने विरोधी नेताओं के खिलाफ ऐसे प्रत्याशियों को खड़ा करना चाहते थे जिसे की बड़े नेताओं के चुनाव से भागने का रास्ता ाी बंद हो जाए। और साथ ही उनकी हार भी सुनिश्चित हो जाए।
राजीव गांधी ने इलाहबाद से हेमवती नंदन बहुगुणा के खिलाफ अमिताभ्ज्ञ बच्चन के नाम को चुना औैर उसका यही परिणाम निकला कि चुनावों में बहुगुणा को भारी मात्रा में अमिताभ बच्चन ने हरा दिया और वह चुनाव जीत गए। अमिताभ बच्चन उसके बाद अभिनेता के साथ-साथ नेता भी बन गए थे। अमिताभ बच्चन फिल्मों और राजनीति दोनों को एक साथ ही संभाल रहे थे। उसी समस अमिताभ बच्चन की बहुत सारी फिल्में भी रिलीज हुई जिसमें से एक मर्द थी जिसने काफी अच्छा कारोबार किया था।
बिग बी फिल्मों में काफी बिजी रहते थे जिसकी वजह ेस वह राजनीति से दूर होते गए। उसी का फायदा अमिताभ के विरोधियों ने जमकर उठाया औकर उस वक्त बोफोर्स, फेयरफैक्स और पनडुब्बी घोटले हुए और उनमें अमिताभ बच्चन का नाम बहुत ज्यादा घसीटा गया। इस दबाव को अमिताभ बिल्कुल नहीं झेल पाए और उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया।
1984 में इलाहाबाद से इलेक्शन जीतने के बाद भी बॉलीवुड के शहंशाह ने तीन साल के अंदर ही इलाहाबाद की राजनीतिक स्थिति से आत्मसमर्पण कर दिया था। इस विषय में जब अमिताभ से पूछा गया तो उनका कुछ यह कहना था “सरकारी मुद्दों में भटकना ग़लत था। उस समय मैं समझ गया कि राजनीतिक क्षेत्र में भावनाएं पूरी तरह से अलग हैं। इसलिए मैंने आत्मसमर्पण किया”।
अमिताभ ने मीडिया के साथ भूल कर विवाद कर लिया था
साल 1995 में बिग बी के मीडिया हाउस के साथ बहुत सारे विवाद हो गए थे । यहां तक कि बिग बी स्टारडस्ट को बंद करने का प्रयास तक किया था लेकिन वो इस काम में असफल रहे। इसके बाद मीडिया से पंगे लेने के बाद बिग बी को और भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
अमिताभ बच्चन ने बूम और निशब्द जैसी बी ग्रेड फिल्मों में काम कर बैठे थे
अपने फिल्मी करियर में ऐसी बोल्ड फिल्म करने पर अमिताभ को आज भी पछतावा होता है।फिल्म निशब्द में अपनी से आधी उम्र से भी छोटी लड़की के साथ अमिताभ का इश्क फरमाना दर्शकों को बिलकुल पसंद नहीं आया था। वहीं बूम, थर्ड ग्रेड व वल्गर मूवी थी और आज भी अमिताभ फ़िल्म में अपने दृश्य देखकर बेहद शर्मिंदगी महसूस करते हैं।