उत्तर प्रदेश के कानपुर में कुकर्म के बाद 10 साल के बच्चे की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। आरोपियों ने बच्चे की गला दबाकर हत्या की है। हत्या से पहले मासूम के साथ हुई हैवानियत रूह कंपा देने वाली है। बच्चे की एक आंख कील से निकल दी गई, वहीं उसका चेहरा सिगरेट से जलाया गया है। घटना के बाद से इलाके में सनसनी फैल गई।
मामला कानपुर जिले के सरसौल में नर्वल के बेहटा सकट गांव का है। यहां रहने वाले महेंद्र कुमार का 9 वर्षीय बेटा अखिलेश सोमवार सुबह करीब 11 बजे घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान वह लापता हो गया। देर शाम परिजनों ने पुलिस को सूचना दी और खुद भी तलाश में जुट गए।
नग्न अवस्था में खेत में मिला शव
मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान रामेंद्र मिश्रा के खेत में अखिलेश का शव नग्न अवस्था में पड़ा देखा। पुलिस को जब इसकी सुण्चा दी गई तो उन्होंने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भेजा। शव की जांच में सामने आई जानकारी मासूम के साथ हुई दरिन्दगी की हद बयां कर रही है।
निकाल दी गई कील
हत्या से पहले बच्चे को बुरी तरह पीटा और घसीटा गया था। बच्चे को मारने वालों ने उसकी आंख तक फोड़ डाली थी। बच्चे की आंख के पास एक कील मिली है, आशंका जताई जा रही है आंख में कील गाड़ी गई और फिर आंख निकाली गई है। बच्चे के गर्दन के पास एक जूते के निशान मिले हैं। इससे मरने के बाद बच्चे की गर्दन को जूते से कुचले जाने की आशंका भी व्यक्त की जा रही है। इतना ही नहीं बच्चे के प्राइवेट पार्ट में डंडा डाला गया था।
घटनास्थल से शराब की बोतल, गिलास और सिगरेट बरामद
पुलिस ने घटनास्थल से देसी शराब की एक खाली शीशी, दो गिलास, अधजली सिगरेट, माचिस बरामद हुई। इससे पुलिस को आशंका है कि वारदात में दो हत्यारे शामिल हैं। जिन्होंने घटना के पहले या बाद में घटनास्थल पर शराब पी। फोरेंसिक टीम ने खून से सना डंडा व बच्चे के कपड़े शव से कुछ दूरी से बरामद किए। फोरेंसिक टीम ने इन सभी चीजों को कब्जे में ले लिया है।
पुलिस ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ दर्ज किया केस
पुलिस अफसरों का कहना है कि जिस तरह से बच्चे को मारा गया, उससे ऐसा लगता है कि हत्यारे उससे बेहद नफरत करते थे। आखिर बच्चे से नफरत की वजह क्या है। पुलिस इस बिंदु पर गहनता से छानबीन कर हत्यारों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।