यूपी के बहराइच कोतवाली नगर इलाके की मस्जिदों में जमात के लिए इंडोनेशिया और थाईलैंड से आए 17 विदेशी और उनके साथ रह रहे दो भारतीय मौलवियों को पृथक किया गया है। दो विदेशियों में कोरोना के संदिग्ध लक्षण पाये जाने पर उनके नमूने जांच के लिए लखनऊ भेजे गए हैं।
पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्रा ने मंगलवार को बताया कि कोरोना वायरस को लेकर बरती जा रही सतर्कता के दृष्टिगत शहर की मस्जिदों की जांच के दौरान नगर कोतवाली स्थित एक मस्जिद में थाईलैंड के सात तथा महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के एक-एक मौलवी मौजूद मिले। ये सभी मौलवी जमात के सिलसिले में बीती 7 मार्च को बरास्ते दिल्ली, बहराइच आए थे। हालांकि, इन लोगों ने स्थानीय अभिसूचना इकाई को अपनी आमद की सूचना समय से दे दी थी।
उन्होंने बताया कि थाईलैंड से आने के बाद चार दिन ये सभी मौलवी दिल्ली के निजामुद्दीन में रहे थे। पूछताछ में इन्होंने बताया कि 7 मार्च से ये लोग इस मस्जिद में ही मौजूद हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन सभी मौलवियों को बहराइच शहर के ट्रामा सेंटर में बनाए गए कोरोना पृथक वार्ड में भर्ती किया गया है। मिश्रा के मुताबिक शहर के बशीर गंज स्थित कुरैशी मस्जिद में गत 21 फरवरी को इंडोनेशिया से जमात के सिलसिले में आए इंडोनेशिया के नागरिक 10 मौलवियों को मस्जिद में ही पृथक किया गया था। ये सभी इस वक्त भी मस्जिद में ही पृथक हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी डॉक्टर अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि थाईलैंड के दो जमातियों को जुकाम होने के चलते उन्हें संदिग्ध मानते हुए दोनों के नमूने जांच के लिये लखनऊ भेजे गए हैं। प्रथम दृष्टया संदेह की कोई बात नहीं लग रही क्योंकि इन सभी जमातियों ने मस्जिदों में स्वयं को पृथक करके रखा था। श्रीवास्तव ने बताया कि बहराइच के पतों पर दर्ज विदेश से आए 16 लापता भारतीयों में से आदिल नाम के एक व्यक्ति की लोकेशन मोबाइल सर्विलांस के जरिए दिल्ली में पाई गयी है। हालांकि, वह अपना फोन नहीं उठा रहा। इस मामले में पुलिस अपने स्तर पर कार्यवाही कर रही है।
ज्ञात हो कि मार्च महीने में विदेश यात्रा से लौटे बहराइच के 190 लोगों में से 16 लोगों का अभी भी कुछ पता नहीं चला है। कोरोना वायरस संक्रमण के संकट को देखते हुए इस मामले को भी काफी संवेदनशील माना जा रहा है। मालूम हो कि सोमवार को नई दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के विदेशियों सहित सैकडों लोगों की एक स्थान पर मौजूदगी पाये जाने के बाद प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बहराइच सहित 18 जिलों में मौजूद जमातियों की जानकारी मांगी थी।