उत्तर प्रदेश में फर्रुखाबाद जिले के मोहम्मदाबाद क्षेत्र में एक कुख्यात बदमाश ने अपनी बच्ची के जन्मदिन पर करीब 20 बच्चों को अपने घर बुलाकर बधक बना लिया और गोली चला रहा,जिसमें तीन पुलिसकर्मी समेत चार लोग घायल हो गये।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) पी वी रामाशास्त्री ने गुरुवार रात लखनऊ में बताया कि मोहम्मदाबाद कोतवाली इलाके में स्थित करथिया गांव निवासी हत्यारोपी बदमाश सुभाष बाथम ने अपनी बेटी गौरी का जन्मदिन होने के नाम पर गांव के बच्चों को बुलाया था और उन्हें बंधक बना लिया।
उन्होंने बताया वह हत्यारोपी है और हाल ही में जेल से छूटकर आया है। बंधक बच्चों की संख्या करीब 20 बताई गई है।
उन्होंने बताया कि सभी बंधक बच्चे सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि लखनऊ एटीएस के अलावा क्यूआरटी, स्वाट टीम के अलावा एसओजी को रवाना किया गया है।
उन्होंने बताया कि मौके पर पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी पहुंच गये हैं और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल को मौके पर भेजा गया है। मौके जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत तमात अधिकारी मौजूद हैं। इस घटना की खबर मिलते ही स्थानीय सांसद मुकेश राजपूत भी दिल्ली से फर्रुखाबाद के लिए रवाना हो गये हैं।
श्री शास्त्री ने बताया कि बदमाश को समझाने के लिए उसके परिजनों को बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि बदमाश अपनी मांग भी नहीं बता रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को गंभीरता से लेते हुए अधिकारी की बैठक बुलाई है। वह स्थति पर नजर रखे हुए हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जब काफी देर तक बच्चे घर नहीं लौटे तो पड़ोसी आदेश की पत्नी बबली अपनी पुत्री खुशी और बेटे आदित्य को बुलाने के लिए उसके घर पहुंच गई। उसने दरवाजा खटखटाया तो सुभाष ने खोलने से मना कर दिया। जब उसने ज्यादा जिद की तो उसने कहा कि पहले गांव के लालू को बुलाकर लाओ। जब उसने मना किया तो वह गाली गलौज करने लगा।
इस पर बबली अपने घर आई और परिजनों को जानकारी दी। गांव वालों ने पुलिस को खबर दी। सूचना पर गांव पहुंची यूपी 112 के जवानों ने दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया। कहा कि अपनी समस्या बताओ उसका निदान किया जाएगा। लेकिन उसने तब भी दरवाजा नहीं खोला।
उन्होंने बताया कि घटना की सूचना पर मोहम्मदाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने सुभाष से दरवाजा खोलने को कहा तो उसने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इतना ही नहीं उसने अंदर से हथगोले भी फेंका जिससे श्री राकेश और पीआरवी के दीवान जयवीर और सिपाही अनिल को चोट आ गई। इससे पुलिस पीछे हट गई।
जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय विधायक नागेंद, सिंह भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पुलिस की मौजूदगी में लाउड स्पीकर से उसे समझाने का प्रयास किया तो उसने फायर झोंक दिया। विधायक को भी पीछे हटना पड़ा। उसकी फायरिंग से एक गोली गांव के अनुपम दुबे को लग गई। उन्हें इलाज के लिए ले जाया गया है।
सूत्रों के अनुसार बच्चों के बंधक बनाने से उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सभी अपने-अपने बच्चों की सलामती की दुआ मांग रहे हैं। घटना के बाद से गांव में दहश्त का माहौल है। फिलहाल एक घंटे से फायरिंग की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि बदमाश ने अभी कोई मांग नहीं बताई है। अधिकारी बदमाश से बातचीत करने का प्रयास कर रहे हैं।