उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए सोमवार को कहा कि उनके जैसा महानायक वाला देश आतंकवाद, चरमपंथियों, अलगाववादियों और भ्रष्टाचारियों के सामने घुटने नहीं टेक सकता।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सरदार पटेल की जयंती ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के अवसर पर यहां पंच कालिदास मार्ग पर ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाने से पहले आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर परोक्ष प्रहार करते हुए कहा कि आजादी के बाद भी कुछ सरकारों ने सरदार पटेल को भूलने की कोशिश की है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश उनके प्रति आभार प्रकट कर रहा है।
एक बार फिर भारत की एकता के लिए कदम उठा रहे हैं
आदित्यनाथ ने कहा, “जिस देश में सरदार पटेल जैसा महान नायक है, वह आतंकवाद के सामने, चरमपंथियों के सामने, अलगाववादियों और भ्रष्टों के सामने घुटने नहीं टेक सकता। इसके लिए खुद को तैयार करता है। उन्होंने कहा, “आप देख रहे होंगे कि आज देश में नक्सलवाद का अंत हो रहा है और भारत के संविधान के दायरे में आकर फिर से कश्मीर के अंदर एक नई धारा बहने लगी है। पूर्वोत्तर के राज्य, जहां उग्रवाद अपने चरम पर था, अब एक बार फिर भारत की एकता के लिए कदम उठा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्र भारत की एकता और अखंडता के निर्माता सरदार पटेल के योगदान को आज पूरा देश देश और समाज के लिए उनकी 147वीं जयंती पर याद कर रहा है।
शांतिपूर्ण तरीके से वर्तमान भारत का अहम हिस्सा
उन्होंने कहा, “हम सभी जानते हैं कि अंग्रेजों की कुटिल चाल भारत को कई टुकड़ों में बांटना था। भारत में 563 से अधिक रियासतें थीं और उस समय की ब्रिटिश सरकार ने इन रियासतों को आजादी दी थी कि वे चाहें तो भारत में रह सकते हैं और चाहें तो पाकिस्तान के साथ जा सकते हैं, या अपना स्वतंत्र अस्तित्व बनाए रख सकते हैं। ।” मुख्यमंत्री ने कहा, ‘सरदार पटेल ने अपनी सूझबूझ, सांगठनिक क्षमता और मातृभूमि के प्रति अटूट निष्ठा से भारत को एकता के सूत्र में बांधते हुए सभी रियासतों को शांतिपूर्ण तरीके से वर्तमान भारत का अहम हिस्सा बनाया है।