BREAKING NEWS

लुधियाना ब्लास्ट केस: NIA ने दो लोगों के खिलाफ दाखिल की सप्लीमेंट्री चार्जशीट, विस्फोट में गई थी एक की जान◾साक्षी हत्याकांड: DCW प्रमुख स्वाति मालीवाल ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात, न्याय का दिया आश्वासन◾मनसुख मंडाविया ने कहा- "हिंदी सरकारी मामलों में हमारे स्वाभिमान का प्रतीक भाषा बन सकती है ..." ◾हिंदी सरकारी मामलों में हमारे स्वाभिमान का प्रतीक भाषा बन सकती है - मनसुख मंडाविया◾दिल्ली में 24 घंटे में दूसरा मर्डर, 35 साल की महिला की चाकू मारकर हत्या◾Madhya Pradesh: पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष ने 'गौ मंत्रालय' स्थापित करने का राज्य सरकार किया आग्रह◾आरबीआई का बड़ा दावा, 2023-24 में भारत की विकास गति कायम रहने की संभावना◾चंद्रपुर लोकसभा सांसद बालूधानोरकर का दिल्ली के निजी अस्पताल में निधन ◾Delhi Politics: मीनाक्षी लेखी का बड़ा बयान, बोलीं- सही जांच के लिए सिसोदिया को जेल में रखना जरूरी◾शिक्षा का मतलब भावनाओं को समझना - सीएम योगी◾कंबोडिया नरेश की भारतीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ मुलाकात ◾ गंगा में मेडल बहाएंगे पहलवान, आमरण अनशन का कर दिया एलान◾Sakshi Murder Case: परिजनों से मिले BJP नेता हंसराज हंस, पीड़ित परिवार के सदस्य को 1 लाख रुपये का चेक सौंपा◾कांंग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने खिलाड़ियों से की अपील, कहा- 'मेडल गंगा में न बहाएं ये कई वर्षों के तप और साधना से मिले हैं'◾हिमाचल HC के मुख्य न्यायाधीश बने एमएस रामचंद्र राव, राज्यपाल ने दिलाई शपथ◾CM केजरीवाल ने माकपा नेता सीताराम येचुरी से की मुलाकात, केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ मिला समर्थन◾राजनाथ सिंह ने नाइजीरिया में प्रवासी भारतीयों से बातचीत की, जानिए क्या है खास◾500 के नकली नोट 14.6 प्रतिशत बढ़े... 10, 100 और 2000 रुपये के नकली नोट कम हुए◾पाकिस्तान के पास परमाणु शक्ति विश्व शांति के लिए खतरा - फ्री बलूचिस्तान मूवमेंट प्रवक्ता ◾जम्मू बस हादसे में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया सीएम योगी ◾

व्यक्ति को अग्नि स्नान करने के बाद ही सभा मंडप में प्रवेश मिलता है: विधानसभा अध्‍यक्ष नारायण दीक्षित

उत्‍तर प्रदेश की सत्रहवीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे और अंतिम दिन विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने शुक्रवार को कहा कि चुनाव से पहले व्यक्ति को ‘‘अग्नि स्नान’’ करना पडता है और इसके बाद ही इस ‘सभा मंडप’ (विधानसभा) में प्रवेश मिलता है। शुक्रवार को सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया और इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि यह अंतिम सत्र है और मैं सबके उज्‍ज्‍वल भविष्‍य की कामना करता हूं।

 सदन में विदाई के माहौल में सभी दलों के नेताओं ने एक दूसरे के उज्‍ज्वल भविष्‍य की कामना करते हुए गिले-शिकवे दूर किये और अपनी किसी भी तरह की चूक के लिए क्षमा याचना की।  दीक्षित ने सदन में सहयोग के लिए सत्ता और विपक्ष के सदस्यों के प्रति आभार जताते हुए कहा, ''चुनाव से पहले व्‍यक्ति को ‘अग्नि स्नान’ करना पड़ता है और इसके बाद ही इस ‘सभा मंडप’ में प्रवेश मिलता है।'' उन्होंने कहा कि संवैधानिक दृष्टि से यह ‘मंडप’ पूरे उत्‍तर प्रदेश का भाग्यविधाता है।

 दीक्षित ने कहा, ''पौने पांच साल एक वृहद परिवार के रूप में कार्य किया और जीवन में कल्पना नहीं की थी कि 403 सुयोग्‍य सदस्यों का इतना सहयोग मिलेगा।'' उत्‍तर प्रदेश विधानसभा में 403 सीटें हैं। संसदीय कार्य व वित्‍त मंत्री सुरेश खन्‍ना ने कहा कि यह विदाई का वक्त काफी तकलीफदेह है, यह विदाई वाला वक्त मन पर बोझ भी है। उन्होंने कहा, ''बेहतर तरीके से पौने पांच साल बैठकर एक दूसरे की खट्टी-मीठी बातों को शेयर किया और आज अंतिम क्षणों में विदा हो रहे हैं।'

' खन्‍ना ने कहा कि लोकतंत्र में जातिवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद, वंशवाद बहुत घातक है और अब तो एक वाद नया चल गया- दुश्‍मनीवाद।'' खन्ना ने सबसे मिल-जुलकर इन विसंगतियों को दूर करने की अपील करते हुए कहा कि इस पर सभी को चिंता करनी चाहिए कि इसे कैसे समाप्त किया जाए। उन्होंने धनतंत्र को भी लोकतंत्र के लिए घातक बताया।  नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि यह क्षण बहुत सुखद नहीं है, लेकिन संविधान की बाध्‍यता है कि पांच वर्ष में चुनाव लड़कर यहां आना है, यह विदाई का समय है। 

विधानसभा अध्‍यक्ष के कार्यों की सराहना करते हुए चौधरी ने कहा, ''इस सदन में संसदीय परंपराओं का हनन बहुत हुआ, इसका मुझे बहुत दुख है। हम जिन राजनीति की भावनाओं को लेकर आए थे, उस राजनीति की दुर्दशा हो गई है। लोकतंत्र पर कुठाराघात हो रहा है। संवैधानिक संस्था खत्म हो रही है उसकी गरिमा को वापस लौटाना हम सबका दायित्व है।''  उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ''हमेशा यह परंपरा रही है कि नेता सदन हाउस में हैं और बोल रहे हैं तो विरोधी दल के नेता को उनका भाषण संवैधानिक दृष्टि से सुनना आवश्यक है। 

इतना ही नहीं, यदि नेता विरोधी दल बोलते हैं, तो नेता सदन को हाउस में रहना चाहिए। कभी कोई ऐसा अवसर नहीं आया कि वह बोले और हम न रहें, लेकिन अधिकांश समय हम बोले तो नेता सदन यहां नहीं रहे।'' बहुजन समाज पार्टी के दल नेता उमाशंकर सिंह, कांग्रेस की दल नेता आराधना मिश्रा, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के दल नेता ओमप्रकाश राजभर और अपना दल एस की लीना तिवारी ने अध्‍यक्ष के प्रति आभार जताते हुए सदस्यों के उज्‍ज्‍वल भविष्‍य की कामना की।