कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी को लेकर शनिवार को दावा किया कि लल्लू के खिलाफ कार्रवाई से राज्य की भाजपा सरकार की गरीब विरोधी मानसिकता उजागर होती है। कुछ दिनों पहले बस प्रकरण के संदर्भ में लल्लू की गिरफ्तारी की गई थी। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू जी के संघर्ष को मैंने नजदीक से देखा है। वह आपदा के समय जरूरतमंदों की मदद में रात-दिन सक्रिय थे।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘उप्र सरकार उनके सेवाकार्यों का दमन करके उनके साथ अन्याय कर रही है। उन्हें बेवजह जेल में रखना सरकार की गरीब विरोधी मानसिकता को उजागर करता है।’’
UPCC के अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी के संघर्ष को मैंने नजदीक से देखा है। वह आपदा के समय जरूरतमंदों की मदद में रात-दिन सक्रिय थे। यूपी सरकार उनके सेवाकार्यों का दमन करके उनके साथ अन्याय कर रही है। उन्हें बेवजह जेल में रखना सरकार की गरीब विरोधी मानसिकता को उजागर करता है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 30, 2020
बता दें, एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश पी. के. राय ने बस विवाद में शनिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जमानत अर्जी पर सुनवायी एक जून (सोमवार) तक टाल दी। अदालत ने यह आदेश जिला शासकीय अधिवक्ता मनेाज त्रिपाठी की ओर से पेश इस तर्क के मद्देनजर पारित किया कि इस मामले की विवेचना तीन टीमें कर रही हैं। केस के विवेचक भी उन्ही टीमों के साथ जांच के लिये बाहर गए हुए हैं। अतः इस मामले की अब तक कि विवेचना का ब्यौरा पेश करने के लिये अभियोजन को और समय की आवश्यकता है।
इस पर अदालत ने सुनवाई के लिए अगली तारीख एक जून तय कर दी। साथ ही अभियोजन को उस दिन मामले की विवेचना से संबंधित जानकारी पेश करने को कहा है। कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू बस विवाद में जेल में हैं। उन्हें 20 मई को आगरा में अवैध रूप से धरना-प्रदर्शन करने के आरेाप में गिरफ्तार कर लिया गया था किन्तु उन्हें उसी दिन जमानत मिल गयी। हांलाकि उसके तुरंत बाद लखनऊ पुलिस ने उन्हें दूसरे मामले में गिरफ्तार कर लिया, उनपर आरोप है कि बसों के कागजों में फर्जीवाड़ा किया गया।