विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार जल्द ही आधिकारिक बयान जारी करेंगे। आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मास्टरमाइंड विकास दुबे शुक्रवार तड़के एनकाउंटर में मारा गया है। इस एनकाउंटर में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर ADG प्रशांत कुमार ने कहा, कार पलटने के बाद विकास दुबे ने पुलिस के हथियार छीनने की कोशिश की और भागने का प्रयास किया जिसके बाद पुलिस द्वारा जवाबी फायर किया गया जिसमें वह घायल हो गया। अस्पताल ले जाने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। हम जल्द ही आधिकारिक बयान जारी करेंगे।
विकास दुबे के एनकाउंटर पर बोले दिग्विजय-जिसका शक था वह हो गया
पुलिस के मुताबिक, आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे को कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी रास्ते में पलट गई। कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र के पास घटित इस घटना में विकास दुबे गंभीर रूप से घायल हो गया था। पुलिस के मुताबिक इस हादसे के बाद विकास ने हथियार लेकर भागने की कोशिश की। इस दौरान विकास दुबे और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई और क्रॉस फायरिंग में विकास दुबे मारा गया।
विकास दुबे को गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन में गिरफतार किया गया था। गौरतलब है कि दो तीन जुलाई की दरमियानी रात कानपुर के चौबेपुर इलाके के बिकरू गांव में विकास दुबे को गिरफ्तार करने गए पुलिस दल पर दुबे और उसके साथियों ने गोलियां बरसाई थीं, जिसमें एक पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे। इसके बाद से पुलिस के साथ हुई अलग-अलग मुठभेड़ में दुबे के गिरोह के पांच सदस्य मारे गये हैं।
तीन जुलाई की सुबह ही बिकरू गांव में हुई मुठभेड़ में प्रेम प्रकाश पांडेय और अतुल दुबे मारे गये। आठ जुलाई को हमीरपुर के मौदहा में पुलिस ने 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश और विकास के खास अमर दुबे को मार गिराया था। वहीं नौ जुलाई को कानपुर मुठभेड़ में कार्तिकेय उर्फ प्रभात जबकि इटावा मुठभेड़ में प्रवीण उर्फ बउवा दुबे मारा गया।