उत्तर प्रदेश के भदोही में विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर हमारे देश में कोई आतंकी हमला होता है तो आपको दुःख होता है। हमला कश्मीर में हो मगर दुःख भदोही को होता है, हमला कश्मीर में हो लेकिन दिल कन्याकुमारी का रोता है। लेकिन जब उसके जवाब में सर्जिकल स्ट्राइक होता है तो आपको गर्व होता है।
उन्होंने कहा, “हमारे इतने पराक्रम हुए, लेकिन किसी देश ने हमारा विरोध किया क्या? किसी देश ने भारत पर कोई प्रतिबन्ध लगाया क्या़? जब आप सही नीयत और नीति से लोगों के हितों में काम करते हैं तो नामुमकिन भी मुमकिन है।” भदोही रैली में रविवार को पीएम मोदी ने कहा कि ये भारत की बढ़ती ताकत का ही तो असर है, लेकिन मैं महामिलावट का क्या करूं जो भारत की इस कामयाबी को मानने को ही तैयार नहीं हैं।
आतंकी मसूद अजहर को लेकर मोदी का विपक्ष पर हमला
पीएम मोदी ने आगे कहा, ” 2-3 दिन पहले ही दुनिया की सबसे बड़ी संस्था ने भारत में सैंकड़ों लोगों की जान लेने वाले गुनहगार आतंकी मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया। ये भारत की बढ़ती ताकत का ही तो असर है।” उन्होंने कहा, “महामिलावटी कह रहे हैं कि देश में चुनाव था इसलिए मोदी ने मसूद अजहर पर बैन लगवा दिया। हर चीज को चुनाव के चश्में से देखने की वजह से ही आज कांग्रेस और उसके साथियों की ये हालत हो गई है।”
पीएम ने कहा कि 2014 में आपके दिए एक वोट ने भारत को उस ऊंचाई पर पहुंचाने में बहुत बड़ी मदद की है। भदोही की साख कालीन से है, यहां का हर कालीन व्यापारी साख का मतलब क्या होता है इसको भली भांति समझता है। उन्होंने कहा कि याद करिये हजारों करोड़ के घोटाले, भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े-बड़े आंदोलन। सत्ता के गलियारों में केवल बिचौलियों और दलालों का ही राज चलता था। हर तरफ बेईमानी, भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद की चर्चा रहती थी। आपके इस चौकीदार ने सबकुछ बंद कर दिया है।
अखिलेश का PM पर निशाना, कहा-सरकार नहीं बना पाएंगे मोदी
पीएम ने कहा कि जब साख अच्छी होती है तो बहुत कुछ आसान हो जाता है। व्यापार, कमाई, एक्सपोर्ट सब कुछ हर बात पर साख का असर पड़ता है। गांधी परिवार पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब सिर्फ अपना और अपने परिवार का नहीं बल्कि देश का विकास करने की इच्छाशक्ति के साथ सरकारें चलाई जाती है, तो इसी तरह का परिवर्तन आता है।
आजदी के बाद 4 तरह के राजनीतिक कल्चर
मोदी ने कहा, हमारे देश में आजदी के बाद 4 तरह के राजनीतिक कल्चर चलें – पहला – नामपंथी , दूसरा – वामपंथी , तीसरा- दाम और दमनपंथी और चौथा है जो हम लाये हैं – विकासपंथी। उन्होंने आगे कहा, ” नामपंथी – जो सिर्फ अपने वंशवादी नेता का नाम जपे। वामपंथी – जो विदेशी विचारधारा को भारत पर थोपने की कोशिश करे। दाम-दमन पंथी -जो धन और बाहुबल की ताकत पर सत्ता पर कब्जा करे।”
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा कल्चर है विकास पंथी- जिसके लिए सिर्फ और सिर्फ देश के लोगों का विकास ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है, जिसके लिए दल से भी बड़ा देश है। उन्होंने कहा कि अगर मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता हूं तो मेरे गरीब भाईयों के हक के लिए लड़ता हूं। अगर मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता हूं तो मैं देश के ईमानदारों के लिए एक दीवार बनकर उनकी मदद के लिए लड़ता हूं।
भदोही में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सपा -बसपा और कांग्रेस ने हमेशा लोगों को आपस में जात-पात और पंथ के नाम पर भिड़ाकर सिर्फ अपना और अपने परिवार का विकास किया है। इन पार्टियों के बड़े नेताओं की कुछ दशक पहले तक क्या हालत थी और आज वो कैसी आलिशान जिंदगी जी रहे हैं ये भी देखते रहिये।
पांच साल के कार्यकाल में छवि पर कोई दाग नहीं
पीएम मोदी ने कहा, ” मैं लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहकर आया हूं और गुजरात जैसे समृद्ध राज्य का मुख्यमंत्री रहकर आया हूं। पिछले 5 साल से आपने प्रधान सेवक के रूप में काम दिया है। इस व्यक्ति के ऊपर एक दाग लगा है क्या? कहीं कोई संपत्ति का पता चला है क्या? देश को इसके सिवा और क्या चाहिए।
झूठ और प्रपंच की राजनीति विपक्ष के लिए वजूद बचाने का एकमात्र जरिया : पीएम मोदी
उन्होंने आगे कहा कि इन महामिलावटी लोगों ने सत्ता को हमेशा अपनी दौलत बढ़ाने का जरिया माना है। जबकि हमारे लिए सत्ता, देश के लोगों की सेवा का माध्यम रही है। सपा और बसपा पर हमला जारी रखते हुए पीएम मोदी ने कहा, ” जब इन्हें सत्ता मिलती है, ये उत्तर प्रदेश को एंबुलेंस घोटाला, NRHM घोटाला देते हैं। जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम आयुष्मान भारत शुरू करते हैं, जन औषधि स्टोर खोलते हैं।”
उन्होंने कहा, “जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये शहरों और इलाकों को ध्यान में रखकर बिजली की सप्लाई में भेदभाव करते हैं। जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम सामान्य नागरिक को 24 घंटे बिजली देने का प्रयास करते हैं।” पीएम मोदी ने कहा कि जब इन्हें सत्ता मिलती है, तो ये गरीब को घर देने में भी भेदभाव करते हैं, वोटबैंक का ध्यान रखते हैं। जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम सबका साथ-सबका विकास करते हुए हर बेघर को घर देने के लिए काम करते हैं।
सत्ता मिलती है तो ये कोयला घोटाला कर जाते हैं : PM
कोयला घोटाले का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये कोयला घोटाला कर जाते हैं। जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम हर गरीब के घर में उज्जवला के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन पहुंचाते हैं। मोदी ने कहा कि जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये चीनी मिलों को भी कौड़ियों के दाम बेचकर करोड़ों कमा लेते हैं। जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम बंद पड़ी चीनी मिलों को फिर से चलवाने का प्रयास करते है।
नौकरियों का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये भर्तियों में भी घोटाला कर जाते हैं, नौजवानों को धोखा देते हैं। जब हमें सेवा का अवसर मिलता है तो हम ग्रुप सी और डी की नौकरियों में इंटरव्यू की परंपरा ही खत्म कर देते हैं।
तीन तलाक़ पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि आज यहां से मैं पूरे हिंदुस्तान की मुस्लिम बहनों से कहना चाहता हूं कि आज दुनिया के मुस्लिम देशों में भी तीन तलाक की प्रथा नहीं है। हम भी भारत की मुस्लिम महिलाओं को वही अधिकार देना चाहते हैं, जो दुनिया के मुस्लिम देशों में मिला हुआ है।
अखिलेश-मायावती पर भी साधा निशाना
अखिलेश-मायावती पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, “जब बुआ-बबुआ एक दूसरे के कट्टर दुश्मन थे तब उसी दौर में इस जिले का नाम संत रविदास रखा गया था, लेकिन बुआ के बबुआ ने अपने अहंकार में इस जिले के नाम से संत रविदास का नाम हटवा दिया। अब बुआ अपने उसी बबुआ के लिए वोट मांग रही हैं।”
GST का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि हमारी हमेशा से सोच रही है कि देशा में कारोबारियों को आसानी से पैसा मिले, सस्ती दर पर कर्ज मिले, मार्केट मिले, अच्छी तकनीक मिले और ये सरकारी दखल बंद हो इसी सोच के साथ देश में कानूनों का जाल खत्म किया है। उन्होंने आगे कहा, “GST से जुड़े कारोबारी को लोन के ब्याज में छूट से लेकर एक्सपोर्ट तक में मदद की जा रही है। व्यापारियों के पैसे न फंसे इसके लिए भी व्यवस्था की गई है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे देश के 850 लोग सऊदी अरब की जेलों में बंद थे। उनका क्राउन प्रिंस भारत का दौरा कर रहा था। रमज़ान का महीना आ रहा है, मैंने उनसे रिहा करने का अनुरोध किया ताकि वे रमज़ान के लिए घर आएं। उसने मेरा प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और रमज़ान से पहले ही उन्हें रिहा कर दिया।