भाजपा में संगठन को एकजुट करने में माहिर सुनील बंसल को पार्टी दक्षिण में उतारकर भगवा लहराने की कोशिश में लग गई हैं। सुनील बंसल ने उत्तर प्रदेश के कई बार के चुनावों में पार्टी का विजय रथ कायम रखा हैं। पार्टी को दिल्ली की सत्ता पर काबिज करने के लिए सुनील बंसल ने अमित शाह की सहायता करके भाजपा को 2014 के चुनाव में 80 से 73 लोकसभा सीट जीताने का काम किया था।
तेंलगाना में भाजपा खुद को अच्छी स्थिति में मानती हैं
भाजपा सुनील बंसल के जरिए दक्षिण में रणनीतिक विस्तार को गति देगी। क्योंकि तेलंगाना में बीजेपी खुद को मजबूत स्थिति में मानती हैं तेंलगाना में केसीआर खुलकर केंद्र सरकार की आलोचना कर रहे हैं। केसीआर भाजपा को किसी भी कीमत पर तेलंगाना में मजबूत नहीं होने देना चाहते। लेकिन भाजपा ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की राजधानी हैदराबाद में बैठक आगामी चुनाव के लिए स्थिति स्पष्ठ कर दी हैं। अगले वर्ष तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले वे राज्य में पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे।
सुनील बंसल संगठन को विस्तार आसानी से दे सकते हैं। बंसल जातीय गुणा भाग करके हाईकमान को निर्देशित करते हैं पार्टी की किस जनपद में क्या स्थिति हैं। सुनील बंसल को 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश का को-इंचार्ज बनाया गया था। इस चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 80 में से 73 लोकसभा सीटें जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। इस चुनाव में वे अमित शाह का साथ दे रहे थे।
इसके बाद से ही सुनील बंसल का पार्टी में कद लगातार बढ़ता गया। उन्हें प्रदेश का संगठन मंत्री बनाया गया और उनके कार्यकाल में भाजपा ने शानदार सफलता हासिल की।
दो विधानसभा चुनाव में पार्टी को सत्ता में लाने का श्रेय सुनील बंसल को
2017 और 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता में लाने का श्रेय भी सुनील बंसल को ही दिया जाता है। उन्हीं के नेतृत्व में 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया था। पार्टी का मानना है कि वह तेलंगाना में भी पार्टी को शानदार सफलता दिलाने में सफल रहेंगे। उत्तर प्रदेश में किसी दल ने लगातार दूसरी बार पार्टी को प्रचंड बहुमत में लाने का काम किया हैं। इसी के चलते सुनील बंसल को योगी सरकार में विधान परिषद का सदस्य बनाया गया।