पटेल ने कहा कि जिन राज्यों में रासायनिक खेती पर ज्यादा जोर दिया गया, उन राज्यों में खेती की उत्पादकता में कमी आई है। इसलिए भविष्य में किसानों को जैविक खेती की ओर ध्यान देना चाहिए। भारतीय बाजार में ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी जैविक खेती से उत्पादित अनाज, फल और सब्जियों की मांग ज्यादा है और खरीददार इसके लिए अधिक मूल्य भी चुकाते हैं। उन्होंने कहा कि पढ़े लिखे कृषक परिवार से जुड़ लोगो को खेती करने से पहले वर्तमान और भविष्य की मांग को ध्यान में रखना चाहिए, जिससे उत्पादित माल का उचित मूल्य मिल सके।