समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम पर सीबीआई के कसते शिकंजे के बारे में बुधवार को कहा कि अगर सरकार से लड़ना है तो ‘कागज’ की लड़ाई जीतनी पड़ेगी।
अखिलेश ने यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने और उन पर भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के कसते शिकंजे के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा ‘देखिए यह कागज की लड़ाई तो लड़नी पड़ेगी।’
उन्होंने कहा ‘अगर कोई सरकार पीछे पड़ जाए…. सरकार के पास सब ताकत है। सरकार की ही पुलिस, सरकार की फौज, सरकार के ही विभाग हैं। सरकार से तभी लड़ पाओगे जब आप कागज पर जीत पाओगे।’ माना जा रहा है कि उनका इशारा दस्तावेजों पर चिदंबरम के पक्ष की मजबूती की तरफ था।
चिदंबरम को मंगलवार को बड़ा झटका लगा था जब उच्च न्यायालय ने आईएनएक्स मीडिया मामले में उन्हें “मुख्य षड्यंत्रकारी” बताते हुए उनकी अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी थी और सीबीआई एवं ईडी द्वारा उन्हें गिरफ्तार किए जाने की राह आसान कर दी थी।
सीबीआई ने 15 मई 2017 को एक प्राथमिकी दर्ज की थी जिसमें आईएनएक्स मीडिया समूह को 2007 में 305 करोड़ रुपये का विदेशी चंदा प्राप्त करने के लिए दी गई विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी में गड़बड़ियों का आरोप लगा था। इस दौरान चिदबंरम वित्त मंत्री थे।
इसके बाद 2018 में ईडी ने इस संबंध में धनशोधन का मामला दर्ज किया था।