अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन सदन शुरू होते ही सतीश महाना के सामने आजम खान को लेकर अपने डर के बारे में बोलना शुरू कर दिया । आजम खान पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा आजम को परेशान कर रही है। अखिलेश ने कहा कि आजम खान को अब और प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए। उन्हें बहुत सजा मिली चुकी है। बदला लेने के लिए इनके खिलाफ फर्जी मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
गवाह को धमकाने पहुंचे लोग
मंत्री सुरेश खन्ना ने जवाब दिया कि कोई भी केस फेक नहीं होता। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। बदले की भावना से काम करने का आरोप गलत है। हम खंडन करते हैं। जिसने गवाही दी वह उसी जाति का है, जिस जाति का मामला दर्ज किया गया था। जिस दिन गवाह को गवाही देने जाना था, लोग पहुंचे और सुबह धमकाया, इस मामले में कोतवाली में मुकदमा लिखा गया है।
विचार विमर्श चल रहा है। पीड़िता ने मुकदमा दर्ज कराया। कानून से ऊपर कोई नहीं, कानून सबके लिए बराबर है। मशीन मामले में दो लोग पकड़े गए, उन्होंने बताया कि दिन में सबके सामने इनकी वीडियोग्राफी की गई. केस लिखा था। इस पर अखिलेश यादव ने बीच में कहा कि 5 साल से मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी सरकार की निगरानी में है।
आजम खान की यूनिवर्सिटी से बरामद बम या राइफल न मिले
आपको बता दें कि जौहर विश्वविद्यालय के परिसर में पिछले दो-तीन दिनों से तलाशी अभियान जारी है. इस दौरान जमीन की खुदाई में एक कार बरामद हुई, जबकि एक कमरा तोड़कर बड़ी संख्या में किताबें मिलीं. अब अखिलेश यादव को इस बात का डर है कि कहीं सरकार को आजम खान की यूनिवर्सिटी से बरामद बम या राइफल न मिल जाए ।