सपा के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आंदोलन और उनके ‘भारत बंद’ के आह्वान का समर्थन करते हुए सोमवार को कहा कि किसानों को सम्मान नहीं देने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है।
सपा प्रमुख ने ट्वीट कर किसान आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की। यादव ने ट्वीट किया, ‘‘संयुक्त किसान मोर्चा के ‘भारत बंद’ को सपा का पूर्ण समर्थन है। देश के अन्नदाता का मान न करने वाली दंभी भाजपा सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है। किसान आंदोलन भाजपा के अंदर टूट का कारण बनने लगा है।’’
उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘पूर्वांचल की गरीबी व पिछड़ेपन को दूर करने के लिए जिस समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे (लखनऊ-बलिया) का शिलान्यास किया गया था उसके पूरा होने की खुशी है, पर ये दुख भी है कि भाजपा ने इसके मूल स्वरूप व गुणवत्ता से समझौता किया है।’’ यादव ने कहा, ‘‘भाजपा विकास के रास्ते बनाना नहीं जानती है।’’
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने पहले ही भारत-बंद में शामिल होने की घोषणा कर दी थी। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा 'केंद्र द्वारा जल्दबाजी में बनाए गए तीन कृषि कानूनों से असहमत व दुखी देश के किसान इनकी वापसी की मांग को लेकर लगभग 10 महीने से पूरे देश व खासकर दिल्ली के आसपास के राज्यों में तीव्र आन्दोलित हैं- 'भारत बंद ' के शांतिपूर्ण आयोजन को बसपा का समर्थन। '
वहीं समाजवादी पार्टी ने भी ट्वीट कर कहा, भाजपा सरकार के काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलित किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का समाजवादी पार्टी पूर्ण समर्थन करती है। किसान विरोधी काले कानूनों को वापस ले सरकार। गौरतलब है कि सरकार और किसानों के बीच ग्यारह दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन सभी बातचीत बेनतीजा ही रही हैं।
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