सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को ‘प्रचार मंत्री’ नहीं बल्कि ‘प्रधान मंत्री’ चाहिए। अखिलेश ने यहां एक चुनावी जनसभा में कहा, ”वो (भाजपा) कहते हैं कि हम देश को मजबूत प्रधानमंत्री नहीं दे सकते। हम भरोसा दिलाना चाहते हैं कि जब जब जरूरत पड़ी है, देश को गठबंधन ने मजबूत और शानदार प्रधानमंत्री दिये हैं। हमें प्रचार मंत्री नहीं, प्रधान मंत्री चाहिए।”
उन्होंने कहा कि सपा-बसपा-रालोद गठबंधन ‘महामिलावट’ नहीं है बल्कि यह देश में महापरिवर्तन लाने का काम कर रहा है। अखिलेश ने भाजपा को आडे़ हाथ लेते हुए कहा कि दो दल या तीन दल एक हो जाएं तो उसे महामिलावट कहते हैं और 38 दल एक होकर देश पर राज कर रहे हों तो उन्हें कौन सी मिलावट कहेंगे।
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उन्होंने कहा, ”ये महागठबंधन गरीब का है, गांव में रहने वाले का है। जिन्हें सम्मान नहीं मिल पाया इतने वषों से, यह उनका गठबंधन है। जो हमारे लोग खेत में काम कर रहे हैं पसीना बहाने वाले लोग यह उन लोगों का गठबंधन है।” अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का जनता के बीच भरोसा खत्म हो गया है, इसीलिए यह लोगों को आपस में बांट रही है।
अखिलेश ने यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘भाजपा अंग्रेजों की नीति पर चल रही है, बांटों और राज करो। ये नफरत फैलाना चाहते हैं। इन लोगों का भरोसा जनता के बीच खत्म हो गया है। इसलिए ये लोग जनता को आपस में बांटने का काम कर रहे हैं।’ अखिलेश ने कहा, ‘पिछली बार वह चाय के नशे में वोट बटोर ले गए।
वह आबादी के एक प्रतिशत के प्रधानमंत्री हैं। किसान बर्बाद हो गया है। वह परेशान है। कैसी चमत्कारी सरकार है, खाद की बोरी से पांच किलो खाद चोरी हो गई।’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘सपने दिखाए कि रुपये बंद हो जाएंगे तो कालाधन बंद हो जाएगा। रुपया काला नहीं होता, लेनदेन काला होता है।’ उन्होंने कहा, ‘जिसका चक्र पूरा हो जाए वह जीरो हो जाता है। जनता अब उन्हें माइनस में पहुंचा देगी। हमारा गठबंधन इसे खत्म करेगा।