समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्रों और शिक्षकों से हुई मारपीट की कड़ी निन्दा करते हुए इसकी न्यायिक जांच की मांग की है। अखिलेश ने रविवार देर रात ‘ट्वीट’ किया, ”जेएनयू में जिस तरह नकाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है, वह बेहद निंदनीय है।
इस विषय में तत्काल उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिये।” उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जेएनयू में छात्रों और शिक्षकों पर हुआ हमला यह दिखाता है कि सरकार डर दिखाकर राज करने के लिये किस हद तक गिर सकती है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी हिंसा और नफरत फैलाकर समाज का ध्रुवीकरण करना चाहती है।
JNU में जिस तरह नक़ाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है वो बेहद निंदनीय है. इस विषय में तत्काल उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच होनी चाहिए.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 5, 2020
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बीजेपी के उपद्रवी सिपाहियों की तरह काम कर रही है। गौरतलब है कि जेएनयू परिसर में रविवार रात उस वक्त हिंसा भड़क गयी थी, जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था, जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा था।
इस हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित कम से कम 28 लोग घायल हुए हैं। प्रत्यदर्शियों ने आरोप लगाया है कि हमलावर जेएनयू परिसर में तब घुसे जब जेएनयू शिक्षक संघ परिसर में हिंसा और छात्रों तथा प्रोफेसरों पर हमलों के मुद्दे पर बैठक कर रहे थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वे तीन छात्रवासों में भी घुसे।