देशभर में लॉकडाउन के ऐलान के बाद केंद्र और राज्य सरकारें आम लोगों तक हर बुनियादी सुविधाएं पहुंचने के प्रयास कर रहीं हैं। राज्य सरकारें सुनिश्चित कर रहीं हैं कि लोगों को किसी भी तरह की खानपान और जरुरी चीज़ों का अभाव न झेलना पड़े। इसी बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राशन की दुकानें कम पड़ रही हैं इसलिए किराने की दुकानों को पीडीएस से जोड़ा जाए।
उप्र की जनसंख्या के हिसाब से राशन की दुकानें इस कोरोना-संकटकाल में आपूर्ति के लिए कम पड़ रही हैं. आपूर्ति क्षमता बढ़ाने के लिए गांव, गली-मोहल्लों के किराना स्टोर्स को PDS से जोड़ने का इंतज़ाम तुरंत किया जाए. भोजन की व्यवस्था करके जनता को भुखमरी से बचाना सरकार का प्रथम दायित्व है|
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 27, 2020
अखिलेश यादव ने एक ट्वीट में कहा कि कोरोना वायरस के संकट के दौर में उत्तर प्रदेश की जनसंख्या के हिसाब से राशन की दुकानें आपूर्ति के लिए कम पड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि आपूर्ति क्षमता बढ़ाने के लिए गांवों, गली-मोहल्लों के किराना स्टोरों को जनवितरण प्रणाली (पीडीएस) से जोड़ने का इंतज़ाम तुरंत किया जाए। उन्होंने कहा कि भोजन की व्यवस्था कर जनता को भुखमरी से बचाना सरकार का प्रथम दायित्व है।
सीमावर्ती राज्यों में रह रहे UP के लोगों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था की अपील
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने सीमावर्ती राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया है कि उनके राज्यों में रह रहे उप्र के निवासियों के लिए ठहरने तथा भोजन आदि की जरूरी व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में लोगों के आवागमन से भारत सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन का उल्लंघन होगा तथा कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने की आशंका भी अधिक हो जायेगी।
मुख्य सचिव तिवारी ने पत्र में यह भी लिखा कि उन राज्यों में उत्तर प्रदेश के निवासियों को ठहराने तथा उनके लिए की गई भोजन आदि की व्यवस्था की सूचना लिखित रूप में उपलब्ध करा दी जाये। उन्होंने ऐसे राज्यों की विभिन्न फैक्ट्री, मिल एवं प्रतिष्ठानों में कार्यरत उत्तर प्रदेश के लोगों से उनके घर खाली नहीं कराने का भी अनुरोध किया है।