अखिलेश यादव के विमान को मुरादाबाद में उतरने नहीं दिया गया, क्योंकि योगी सरकार जाहिर तौर पर स्थानीय अधिकारियों पर दबाव बना रही थी। समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इस खबर की पुष्टि की है। सपा इसे बेहद खराब और अलोकतांत्रिक कृत्य मानती है। बीजेपी, जो इस पर बहुत गर्व करती दिख रही है, जल्द ही पता चल जाएगा कि वे लड़ाई के लिए तैयार हैं।
सपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, "योगी सरकार के दबाव में आकर पूर्व घोषित कार्यक्रम हेतु मुरादाबाद में कमिश्नर और डीएम द्वारा माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी के प्लेन को लैंड होने की अनुमति ना देना बेहद निंदनीय एवं अलोकतांत्रिक कृत्य है. भाजपा के अहंकार का जल्द होगा अंत
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत दिनांक 4 फरवरी 2023 को मा. राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी को मुरादाबाद में एक समारोह में सम्मिलित होना था लेकिन योगी सरकार प्लेन को लैंड होने की अनुमति नहीं दे रही है। यह बेहद निंदनीय कृत्य है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) February 2, 2023
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जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने इस बात से इनकार किया है कि जिस हेलीपैड पर अखिलेश यादव के हेलीकॉप्टर को उतरना था, वहां मरम्मत का काम हेलीकॉप्टर को उतरने से रोक रहा है।उनका कहना है कि जिस स्थान पर विमान उतरना है वहां लैंडिंग संभव नहीं है, लेकिन लोग पास के किसी भी जिले में आ सकते हैं और फिर सड़क मार्ग से मुरादाबाद आ सकते हैं।
आरोप था कि अखिलेश यादव के हेलीकॉप्टर को झांसी में नहीं उतरने दिया गया, लेकिन बाद में यह बात गलत साबित हुई।हेलीपैड पर मरम्मत का काम चल रहा था और इसकी अनुमति नहीं मिलने की बात सामने आई तो प्रशासन और एसपी आमने-सामने हो गए। हालांकि, बाद में पता चला कि एसपी ने ही कार्यक्रम रद्द कर दिया था। हेलीकॉप्टर को लैंड नहीं करने देने जैसी कोई बात नहीं थी।