समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस तथा प्रशासन पर मैनपुरी लोकसभा और रामपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान मतदाताओं को वोट डालने से रोकने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग भी इससे जुड़ी शिकायतों को नजरअंदाज कर रहा है।उप्र की रामपुर और खतौली विधानसभा सीट और मैनपुरी संसदीय सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ।मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण हो रहा है।यादव ने मैनपुरी में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ”आखिर पुलिस को क्या हिदायत दी गयी है। उनसे कहा गया है कि मैनपुरी में लोगों को मतदान से रोकें। रामपुर में भी प्रशासन लोगों को वोट नहीं डालने दे रहा है। हर हथकंडा अपनाया जा रहा है ताकि लोग वोट डालने के लिये बाहर ही न निकलें।
भाजपा को पूरी छूट दी गयी है। वे शराब बांट रहे हैं और सपा को नुकसान पहुंचाने के लिये हर तरीका अपना रहे हैं।”सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ”मैनपुरी के जिलाधिकारी फोन नहीं उठा रहे हैं और उन्होंने अपना फोन किसी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को दे रखा है। आखिर कोई अधिकारी ऐसा कैसे कर सकता है? खासकर तब जब चुनाव हो रहा हो।”उन्होंने कहा, ”चुनाव आयोग को कुछ दिखायी ही नहीं दे रहा है। वह हमारी शिकायतों को नजरअंदाज कर रहा है। वे वही कर रहे हैं जो सरकार ने उनसे कहा है।”मैनपुरी के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”आप यहां जो भी विकास देख रहे हैं, वह सब नेताजी (मुलायम सिंह यादव) की देन है। लोग उन्हें याद करके उनके पक्ष में वोट दे रहे हैं। यहां हम अच्छे अंतर से जीतेंगे।”यादव ने यह भी आरोप लगाया कि जिलाधिकारी मैनपुरी फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ”जब उपचुनाव चल रहा हो तो कोई अधिकारी ऐसा कैसे कर सकता है?”
मैनपुरी में मुलायम सिंह यादव की बड़ी बहू और सपा अध्यक्ष अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव का सीधा मुकाबला भाजपा के रघुराज सिंह शाक्य से है।रामपुर सदर और खतौली विधानसभा सीटों और मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा और समाजवादी पार्टी-राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। बसपा और कांग्रेस उपचुनाव नहीं लड़ रही हैं। वोटों की गिनती और परिणामों की घोषणा आठ दिसंबर को होनी है।बाद में, अखिलेश यादव, उनकी पत्नी डिंपल यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव को सैफई (जिले इटावा) में अपने घर में एक साथ बैठे देखा गया।उपचुनाव में सपा की जीत का भरोसा जताते हुए पार्टी प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा, मैनपुरी में पार्टी अच्छी जीत की ओर बढ़ रही है।इस सवाल पर कि भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग गया है, अखिलेश यादव ने कहा, अगर भाजपा के लोग चुनाव आयोग जा रहे हैं, तो उन्हें कम से कम चुनाव आयोग को बताना चाहिए कि रामपुर में भी क्या हो रहा है? कल रात सपा प्रत्याशी को धरने पर बैठना पड़ा, और लोगों को घरों से निकलने दिया जा रहा है । लोकतंत्र में यह कैसा कर्फ्यू है?’’उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग मतदाताओं से बड़ी संख्या में मतदान करने का आग्रह करते हुए एक अभियान चलाता है, लेकिन यह पहली बार है कि सरकार कोशिश कर रही है कि वोट न डाले जाएं।
यादव ने कहा, ‘‘उन्होंने (भाजपा ने) चुनाव आयोग को जो ज्ञापन सौंपा है, वह अपनी विफलताओं और उनके द्वारा रची साजिश को छिपाने के लिए एक छलावा है। मुझे उम्मीद है कि चुनाव आयोग उन्हें रामपुर, खतौली और मैनपुरी की (सच्ची) तस्वीर दिखाएगा।उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा में जाति के आधार पर फैसले लिए जाते हैं और लोगों के किसी भी वर्ग को किसी भी सरकारी योजना का पर्याप्त लाभ नहीं मिला है।यह पूछे जाने पर कि भाजपा नैतिकता की बात करती है, सपा प्रमुख ने कहा, भाजपा के लोग कहते हैं कि हम राम राज्य लाएंगे। पहले उन्हें राम राज्य का आचारण खुद में लाने की जरूरत है। जब व्यवहार खराब हो, और जिस आदमी की कोई मर्यादा नहीं है, वह राम राज्य कैसे लाएगा।’’उन्होंने दावा किया कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को कहा जा रहा है कि सपा कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कराओ, लोकतंत्र में यह कैसी मर्यादा है?’उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा से बड़ा झूठा कोई नहीं है। जिस दिन लोगों को विश्वास हो जाएगा कि भाजपा झूठ बोलती है, उस दिन से लोकतंत्र एक नई दिशा में आगे बढ़ेगा। भाजपा से ज्यादा कोई झूठा नहीं है, और जिस दिन लोग यह मान लेंगे कि भाजपा झूठ बोलती है, उस दिन लोकतंत्र नई दिशा में चलेगा।’’
मैनपुरी से सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने कहा, ‘‘हम चुनाव आयोग से अपील करना चाहेंगे कि इस क्षेत्र में जो अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक चीजें हो रही हैं और इसी तरह की चालें आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनाई जा सकती हैं । मुझे लगता है कि चुनाव आयोग को ऐसी बातों को संज्ञान लेना चाहिए और उचित कार्रवाई करनी चाहिए।’’पीएसपी (एल) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव से जब पूछा गया कि आज कोई ड्रोन उड़ता है या नहीं, तो उन्होंने कहा, मैंने दो दिन ड्रोन देखा, फिर मैंने शिकायत दर्ज कराई और ड्रोन यहां से चला गया। ड्रोन को सीमावर्ती क्षेत्र भेजा जाना चाहिए, जहां इसका इस्तेमाल देश की सुरक्षा के लिए किया जा सकता है।इस बीच, इटावा के जिलाधिकारी अवनीश राय ने संवाददाताओं से कहा, हमने लगभग हर जगह के मतदाताओं से खुले तौर पर पूछा है कि क्या किसी ने उन्हें वोट डालने से रोका था। और, हमें ऐसा कोई मामला नहीं मिला है।