समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘समाजवाद नहीं रामराज्य’ वाली टिप्पणी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि योगी के बयान से तो यह साफ है कि वे संविधान की मूल भावना के खिलाफ हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 21, 2020
अखिलेश ने शनिवार को ट्वीट कर कहा ”मुखिया जी ने कहा कि देश को समाजवाद नहीं चाहिये। इसका अर्थ हुआ कि वह संविधान की मूल भावना के खिलाफ हैं।” उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह भी हुआ कि योगी गरीबों के बजाय अमीर पूंजीपतियों के साथ हैं, वह समाज के लिये नहीं बल्कि कुछ खास लोगों के लिये काम करते हैं और वह उपेक्षित समाज की बराबरी के उपायों के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि समाजवाद में जाति तोड़ने का सूर है।
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बता दें बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ”इस देश में रामराज्य ही चाहिये, समाजवाद नहीं चाहिये। क्योंकि जो अस्वाभाविक , अप्राकृतिक और अमानवीय है, समाजवाद का वह चेहरा देश के सामने आया है। उन्होंने आगे कहा कि जो सार्वभौमिक है, सार्वदेशिक है, सर्वकालिक है, कालपरिस्थितियों से परे शाश्वत है, वही रामराज्य है।”