समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा।उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश को बांटना चाहती है लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे। बुधवार को शाहगंज के विधायक शैलेंद के आवास पर उनकी बड़ी मां सीता देवी को श्रद्धांजलि देने के बाद अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा के बड़े नेता राम का नारा देते हैं, लेकिन अपनी भाषा संयमित नहीं रख पाते। उनकी पार्टी एनआरसी और सीएए पर चर्चा करना बन्द नहीं कर सकती क्योंकि भाजपा देश को बांटना चाहती है, लेकिन हमारे लिये सभी धर्म और वर्ग बराबर है। हम समाजवाद में विश्वास रखने वाले ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने आगे कहा कि योगी सरकार में बलात्कार व लूट आदि की घटनाएं सबसे ज्यादा हुए है।
अखिलेश यादव ने दावा करते हुये कहा कि प्रदेश में विकास के नाम पर सूबे की सरकार पूरी तरह से विफल है। उन्होंने केन्द, सरकार पर अर्थव्यवस्था चौपट करने का आरोप लगाते हुये कहा कि देश में नोटबन्दी से लेकर जीएसटी तक उद्योगपतियों को बढ़वा दिया गया। परिणामस्वरूप आम जनता बुरी तरह से कराह रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राम के नाम पर सत्ता में आयी भाजपा के नेता आपस में एकजुट नहीं दिखाई देते तो वह देश को क्या एकजुट करेंगे।सीएए पर सवाल उठाते हुये कहा कि हम लोग अपने कागजात और अपने जन्मप्रमाण पत्र दे सकते हैं लेकिन हमारे पूर्वजों के कौन देगा और कहां से लाएं पर सपा चर्चा बन्द नहीं कर सकती।
उन्होंने भाजपा पर भटकाव की राजनीति करने का आरोप लगाते हुये कहा कि भाजपा सरकार ‘इवेंट मैनेजमेंट कमेटी‘ बन गई है जिसने अब ‘गंगा यात्रा‘ का नया ‘इवेंट‘ ईजाद कर लिया है। प्रधानमंत्री तो गंगा मइया के बुलावे पर ही आए हैं जिन्होंने नमामि गंगे के नाम पर गंगा सफाई के लिए खजाना खोल दिया। इसके बाद भी गंगा मैली की मैली ही है। नदी सफाई की सुनियोजित व्यवस्था नहीं बनीं है और नालों का गिरना भी बंद नहीं हुआ। ये अभियान दिखावे के लिए ही चलाए गए हैं।