कोरोना वायरस को लेकर आगरा के मेयर नवीन जैन की चिठ्ठी सामने आने के बाद से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। विपक्ष लगातार सरकार द्वारा कोरोना से बचाव को लेकर उठाए जा रहे कदमों पर सवाल खड़े कर रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को योगी के आगरा मॉडल को विफल करार दिया है।
अखिलेश ने ट्वीट किया, ”मुख्यमंत्री द्वारा बहुप्रचारित कोरोना वायरस से लड़ने का ‘आगरा मॉडल’ महापौर के अनुसार असफल होकर आगरा को वुहान बना देगा।” उन्होंने कहा, ”न जांच, न दवाई, न अन्य बीमारियों के लिए सरकारी या निजी अस्पताल, न जीवन रक्षक किट और उस पर क्वारंटाइन सेंटर की बदहाली प्राणांतक साबित हो रही है।”
मुख्यमंत्री द्वारा बहुप्रचारित कोरोना से लड़ने का ‘आगरा मॉडल’ मेयर के अनुसार फ़ेल होकर आगरा को वुहान बना देगा. न जाँच, न दवाई, न अन्य बीमारियों के लिए सरकारी या प्राइवेट अस्पताल, न जीवन रक्षक किट और उस पर क्वॉरेंटाइन सेंटर्स की बदहाली प्राणांतक साबित हो रही है.
जागो सरकार जागो!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 27, 2020
अखिलेश ने आगरा के मेयर नवीन जैन द्वारा मुख्यमंत्री योगी को लिखे गए पत्र का हवाला देते हुए यह बयान दिया। दरअसल, आगरा के मेयर नवीन जैन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर कोरोना को लेकर तुरंत प्रभावी कदम उठाने की अपील करते हुए कहा है कि आगरा, भारत का वुहान बन सकता है।
उन्होंने पत्र में लिखा, ‘मैं बहुत दुखी मन से आप को पत्र लिख रहा हूं कि मेरा आगरा अत्यधिक संकट के दौर से गुजर रहा है। आगरा को बचाने के लिए कड़े निर्णय लेने की आवश्यकता है। स्थिति अत्यधिक गंभीर हो चुकी है। इसलिए मैं आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा हूं कि मेरे आगरा को बचा लीजिए, बचा लीजिये।’’