बीजेपी सांसद भरत सिंह ने दावा किया है कि ईसाई मिशनरियों के इशारे पर बीजेपी सरकार को बदनाम करने के लिए बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की मूर्तियां तोड़ी जा रही है। बीजेपी के स्थानीय सांसद सिंह ने आम्बेडकर जयंती कार्यक्रम से इतर पत्रकारो से बातचीत में कहा कि ईसाई मिशनरियों के इशारे पर प्रदेश में आम्बेडकर की मूर्तियों को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि ईसाई मिशनरी के लोग तथा उनके इशारे पर उनकी ओर से वित्त पोषित लोग मूर्ति भंजन का काम कर रहे हैं।
इसके साथ ही भरत सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी का आगे बढ़ना ईसाई मिशनरियों को बर्दाश्त नहीं हो पा रहा है। सिंह का बयान ऐसे समय आया है जब प्रदेश में हाल ही में बलिया, जौनपुर, सीतापुर सहित अनेक स्थानों पर आम्बेडकर की मूर्तियां तोड़ने की घटनाएं हुई हैं। भरत सिंह ने कहा कि देश मे ईसाई मिशनरियों द्वारा आर्थिक सहयोग देकर व्यापक पैमाने पर हिंदुओ का धर्मांतरण कराया जा रहा है।
मुस्लिम संस्थाओं के जरिए भी यह काम किया जा रहा है। योगी सरकार में शिलापट्ट को गेरुआ रंग में रंगने पर पूछे गए सवाल के जबाब में कहा कि उन्हें समझ में नहीं आता है कि गेरुआ रंग से लोगों को चिढ़ क्यों है। सपा के राष्ट्रीय महासचिव रमाशंकर विद्यार्थी ने बीजेपी सांसद भरत सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा के नेता आम्बेडकर प्रतिमा तोड़ने के पीछे पाकिस्तान का हाथ भी बता सकते हैं। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि भगवान के चढ़ावे पर मलाई काटने वाली बीजेपी आंबेडकर के नाम के जरिए देश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।
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