समाजवादी पार्टी को पंचायत चुनाव के पहले ही बड़ा झटका लगा है। पश्चिमी यूपी में पार्टी की बागडोर संभालने वाले मेरठ के वरिष्ठ नेता गोपाल अग्रवाल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सपा में कई दशकों से जुड़े रहे वरिष्ठ नेता गोपाल अग्रवाल ने सपा मुखिया अखिलेश को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा भेजा है। समाजवादी पार्टी की समाजवादी व्यापार सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा 2 बार पार्टी के प्रदेश सचिव रहे मेरठ के वरिष्ठ नेता गोपाल अग्रवाल ने समाजवादी पार्टी से आज त्यागपत्र दे दिया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लिखे पत्र में उन्होंने त्यागपत्र को तत्काल प्रभावी माने जाने तथा मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव का आभार प्रकट करने के साथ पार्टी के सभी नेताओं व कार्यकतार्ओं को धन्यवाद प्रेषित किया। मूल रूप से आगरा निवासी गोपाल अग्रवाल ने 1967 में युवजन सभा से जुड़ने के बाद जीवन में समाजवादी आंदोलन से किसी दूसरी पार्टी का दामन नहीं थामा।
छात्र राजनीति से पूर्णकालीन भूमिका के साथ गोपाल अग्रवाल ने हिंद मजदूर सभा ट्रेड यूनियन गतिविधियों एवं जॉर्ज फनार्डीज के द्वारा प्रकाशित समाचार-पत्र प्रतिपथ में भी कार्य किया। वह आपातकाल में भूमिगत रहे जबकि उनकी गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाने की खातिर परिवार को कठोर यातनाएं दी गयी। मेरठ प्रवास के दौरान उन्होंने व्यापारी राजनीति संभाली।
मेरठ में समाजवादी पार्टी के अक्टूबर-नवंबर 2006 में आयोजित तीन दिनी प्रदेश महासम्मेलन के संयोजक रहे। वह समाजवादी चिंतन डॉ. राममनोहर लोहिया के जीवन काल में ही समाजवादी पार्टी से जुड़े। उन्होंने 1974 के सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के साथ काम किया। गोपाल अग्रवाल ने कहा है कि उनके परिवार का चार पीढियों के साथ समाजवादी अंदोलन का इतिहास है। वह जीवन पर्यन्त राजनीति में सक्रिय रुप से बने रहेंगे।