बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ को चेतावनी देते हुये कहा है कि आरक्षण मानवतावादी संवैधानिक व्यवस्था है और इससे छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
सुश्री मायावती ने ट्वीट किया ‘‘आरएसएस का एससी/एसटी/ओबीसी आरक्षण के सम्बंध में यह कहना कि इसपर खुले दिल से बहस होनी चाहिए, संदेह की घातक स्थिति पैदा करता है जिसकी कोई जरूरत नहीं है। आरक्षण मानवतावादी संवैधानिक व्यवस्था है जिससे छेड़छाड़ अनुचित व अन्याय है।
आरएसएस का एससी/एसटी/ओबीसी आरक्षण के सम्बंध में यह कहना कि इसपर खुले दिल से बहस होनी चाहिए, संदेह की घातक स्थिति पैदा करता है जिसकी कोई जरूरत नहीं है। आरक्षण मानवतावादी संवैधानिक व्यवस्था है जिससे छेड़छाड़ अनुचित व अन्याय है। संघ अपनी आरक्षण-विरोधी मानसिकता त्याग दे तो बेहतर है।
— Mayawati (@Mayawati) August 19, 2019
संघ अपनी आरक्षण-विरोधी मानसिकता त्याग दे तो बेहतर है। ’’गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि आरक्षण के पक्ष में और इसके विरोध में खड़े लोगों के बीच सछ्वावपूर्ण माहौल में बातचीत होनी चाहिए।