AIMIM प्रमुख व हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश सरकार की एनकाउंटर की नीति पर सवाल उठाया है। उन्होंने राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि योगी सरकार ने राज्य में एनकाउंटर के नियम ही बदल दिए हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यूपी सरकार के पास किसी को सजा देने की शक्ति नहीं है और उत्तर प्रदेश को छोड़कर दूसरे किसी भी राज्य में बिना सबूत के एनकाउंटर नहीं होता है। एनकाउंटर पीड़ितों के परिवार भी पुलिस के डर से घटना को चुनौती देने से डरते हैं।
यूपी पुलिस ने कथित तौर पर पीड़ितों के परिवारों के खिलाफ ही कार्रवाई की, जिसमें पीड़ितों के घरों को गिराने की कार्रवाई शामिल है। यूपी पुलिस पर निशाना साधते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यूपी पुलिस ने दिखाया है कि कैसे वह सांप्रदायिक और जातिवादी संस्था बन गई है। हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए राज्य की पुलिस योगी सरकार के हाथों की कठपुतली बन गई है।
UP में मुठभेड़ के दौरान 124 अपराधी मारे गए है
वर्ष 2017 में प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी सरकार बनने के बाद अपराधियों की धड़पकड़ के लिए कैंपेन शुरू किया गया। प्रदेश में अपराधियों और पुलिस के बीच अब तक 6,200 से अधिक मुठभेड़ हो चुकी है जिनमें चौदाह हजार से अधिक अपराधी गिरफ्तार हुए हैं, जबकि 13 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं और 124 अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए हैं। मुठभेड़ में मारे गए लोगों में 47 अल्पसंख्यक, 11 ब्राह्मण, 8 यादव और शेष 58 अपराधियों में ठाकुर, पिछड़ी और अनसूचित जाति/जनजाति के अपराधी शामिल हैं।