उत्तर प्रदेश में अगले साल यानी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आरपीआई) ने भी अपना लक आजमाने का मन बना लिया है। दरअसल आरपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने हालहीं में कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिल कर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से चल रही बातचीत में जल्द ही इस मामले पर निर्णय ले लिया जाएगा।
बता दें कि 26 सितंबर से आरपीआई उत्तर प्रदेश में “बहुजन कल्याण यात्रा” की शुरुआत सहारनपुर से करेगी। यह यात्रा सभी मंडल एवं जिलों में होते हुए 18 दिसंबर को लखनऊ पहुंचेगी। इसके बाद लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर पार्क में जनसभा होगी। रामदास आठवले ने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन के बाद बसपा के वोट बैंक में सेंध लगाएंगे। आठवले ने उम्मीद जताई कि भाजपा उन्हें 10 से 12 सीटें दे सकती है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनकी योजना है कि अनुसूचित जाति एवं मुस्लिम बहुल सीटों पर पार्टी अपने प्रत्याशी लड़ाए।
रामदास आठवले ने गोरखपुर में हुई सभा में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी को रेखाकिंत किया। आठवले ने कहा कि उनकी पार्टी आरपीआई का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को जोड़ने का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आम लोगों के हित में कई लाभार्थी परक योजनाएं चल रही हैं जिससे लोगों को लाभ हुआ है। बता दें कि रामदास आठवले के इस बयान पर बीजेपी की तरफ से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन बताया जा रहा है कि रामदास आठवले ने इससे पहले भी उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही थी।