अयोध्या में कुछ नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा खरीदी गई जमीन के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश जारी किए हैं। प्रदेश सरकार के इस एक्शन पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने गुरुवार को तंज कसते हुए जांच को महज दिखावा करार दिया है।
प्रियंका ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सुप्रीम कोर्ट को मामले पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और हस्तक्षेप करना चाहिए, क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर उसके आदेश के बाद बनाया जा रहा है। सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनके नेताओं ने ‘‘लूट’’ मचा रखी है और वे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने कहा, भगवान राम मर्यादा और नैतिकता के प्रतीक थे। भगवान राम ने बड़ा बलिदान इसलिए दिया क्योंकि उन्होंने सत्य के पथ पर चलने का निर्णय लिया लिया था लेकिन अब उनके नाम पर भी भ्रष्टाचार किया जा रहा है। पूरे देश की आस्था को ठुकरा कर उसे चोट पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले के अधिकारियों द्वारा मामले की जांच महज दिखावा है।
भक्ति के साथ खिलवाड़
प्रियंका ने कहा कि देश के लोगों की भगवान राम के प्रति गहरी आस्था है इसलिए देश के लगभग हर घर ने राम मंदिर ट्रस्ट को कुछ न कुछ दान दिया है। घर-घर जाकर प्रचार भी किया गया। अपनी आस्था के कारण गरीब परिवार और महिलाओं ने अपनी बचत से चंदा दिया है। यह भक्ति की बात है और इसके साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां तक कि दलितों की जो जमीन खरीदी नहीं जा सकती थी उसे भी खरीदा और हड़पी गया है।
प्रियंका गांधी ने कहा, यह अब जग जाहिर है कि राम मंदिर के लिए भूमि खरीद में बड़ा घोटाला हुआ है। उनका कहना था कि इसमें बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है। पांच मिनट के भीतर एक ही जमीन को कई गुना अधिक दाम पर ट्रस्ट को बेचा गया। इस मामले में गवाह अयोध्या के मेयर हैं तो मेयर स्तर पर हुए घोटाले की जांच का काम जिला अधिकारी कैसे कर सकता है।
सुप्रीम कोर्ट करे घोटाले की जांच
कांग्रेस महासचिव ने कहा ‘‘उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा है कि मामले की जांच कर रहे हैं लेकिन जांच जिलाधिकारी के स्तर के लोग कर रहे हैं। राम मंदिर ट्रस्ट को सुप्रीम कोर्ट के आधार पर बनाया गया हो तो इसमें हुई घोटाले की जांच भी सुप्रीम कोर्ट द्वारा होना चाहिए, क्योंकि जिला स्तर के अधिकारी मेयर की जांच कैसे करेंगे। मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बन रहा है इसलिए जांच भी सुप्रीम कोर्ट के स्तर पर ही होनी चाहिए।’’
प्रियंका ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के आसपास की जितनी भी जमीन है उसकी लूट मची है और बीजेपी के नेता, अधिकारी और ट्रस्ट के लोग इस लूट में शामिल हैं। मंदिर निर्माण से जुड़े लोगों ने ही जमीन की खरीद में भ्रष्टाचार किया है। मंदिर के आसपास जो जमीन कम दाम की थी उसे इस तरीके से बेचा गया है कि ट्रस्ट को उसके लिए बहुत अधिक पैसा देना पड़ा है।