देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान की बात क्या कर दी, मानो भूचाल आ गया। एक-एक करके संतो, महंतों, धर्माचार्यों का असली चेहरा बाहर आने लगा।
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) January 28, 2023
सिर, नाक, कान काटने पर उतर आये।
कहावत सही है कि
मुंह में राम बगल में छुरी।
धर्म की चादर में छिपे, भेड़ियों से बनाओ दूरी।
दलित-मुस्लिम समुदाय को लुभाने में जुटी सपा
माना जा रहा है कि मौर्य द्वारा हिन्दू धर्म को टार्गेट करने का उद्देश्य एक खास वर्ग को अपने पाले में करना है। उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी फिर एक बार अपने पुराने सियासी तालमेल को बिठाने का प्रयास कर रही है। जिसमें दलित और मुस्लिम समुदाय को खास तवज्जो दी रही है। सपा इसी गठजोड़ को तोड़ने के प्रयास में लगी है। माना जा रहा है कि अखिलेश समर्थकों द्वारा दिए जा रहे इस तरह के बयान भी इसी क्रम का हिस्सा है। वहीं भाजपा ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य पर पलटवार करते हुए उन्हें सपरिवार इस्लाम स्वीकारने की सलाह दी है। सलेमपुर से भाजपा के सांसद रविंद्र कुशवाहा ने शुक्रवार को कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य, परिवार के साथ तत्काल इस्लाम धर्म स्वीकार कर लें और अपनी पुत्री संघमित्रा से लोकसभा की सदस्यता और भाजपा से तत्काल त्यागपत्र दिला दें। बता दें कि गत वर्ष स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे।
