अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में बड़ी तेजी से राजनीतिक परिदृश्य बदल रहे हैं, इन बदलते सियासी समीकरणों में बड़ी खबर सामने आई है कि 2017 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार का हिस्सा रहने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने बुधवार को यानी आज यूपी के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ हाथ मिलाकर भाजपा के सफाये का संकल्प लिया है।
ओमप्रकाश राजभर ने की अखिलेश से मुलाकात
सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की और साथ में चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर की। दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद सपा के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से जानकारी दी गई ‘‘वंचितों, शोषितों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, किसानों, नौजवानों, हर कमजोर वर्ग की लड़ाई समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी मिलकर लड़ेगी। सपा और सुभासपा आए साथ। यूपी में भाजपा साफ।’’
अबकी बार, भाजपा साफ़!
समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी मिलकर आए साथ।
दलितों, पिछड़ों अल्पसंख्यकों के साथ सभी वर्गों को धोखा देने वाली भाजपा सरकार के दिन हैं बचे चार।
मा. पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के सुप्रीमो आदरणीय श्री अखिलेश यादव जी से शिष्टाचार मुलाकात की। pic.twitter.com/XhoT2jalDh
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) October 20, 2021
जानें अखिलेश किस तरह की समाजवादी व्यवस्था की करना चाहते हैं स्थापना
पार्टी सूत्रों ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एक ऐसी समाजवादी व्यवस्था की स्थापना करना चाहते हैं, जिसमें समाजवादी विचारों का व्यावहारिक स्वरुप हो। जिससे खुशहाल, समावेशी और भेद-भावविहीन समाज बन सके। इसी संकल्प को सिद्ध करने के लिए समाजवादी पार्टी सभी को साथ लेकर निरंतर आगे बढ़ रही है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार ने गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग समेत वंचितों, शोषितों, किसानों, नौजवानों, महिलाओं, व्यापारियों के लिए अनगिनत कार्य किए।
पार्टियों का दावा- BJP के दमनकारी शासन के अंत की हुई शुरुआत
इसी कड़ी में कमजोरों के हक की आवाज को बुलंद करने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी साथ कदम से कदम मिला यूपी को विकास पथ पर ले जाने के लिए तैयार है। उन्होंने दावा किया कि ये भाजपा के दमनकारी शासन के अंत की शुरुआत है। सुभासपा के संस्थापक ओमप्रकाश राजभर सदैव गरीब, किसान, मजदूर, दलित व पिछड़े वर्ग के लिए लड़ते आए हैं।
SBSP ने हमेशा की सामाजिक न्याय की बात
सुभासपा ने हमेशा सामाजिक न्याय की बात कही है, चाहे फिर वह आबादी व आर्थिक आधार पर आरक्षण, सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करना, प्राथमिक विद्यालय में तकनीकी शिक्षा, घरेलू बिजली बिल माफ, महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण, गरीबों का मुफ्त इलाज, कुटीर एवं लघु उद्योग से बेरोजगारों को रोजगार, प्राथमिक विद्यालय से स्नातकोत्तर तक निशुल्क शिक्षा, बिना भेदभाव के नौकरी, सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू कराना, निशुल्क स्वास्थ्य-शिक्षा और बिजली आदि।
SBSP का दावा- पूर्वांचल की 150 से अधिक सीटों पर पार्टी का प्रभाव
सूत्रों के अनुसार अरविंद राजभर (प्रमुख महासचिव, पूर्व राज्यमंत्री), अरुण कुमार राजभर (राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता), सुनील कुमार अर्कवंशी (प्रदेश अध्यक्ष), महेंद्र राजभर (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) सतीश बंजारा, गुलाब खंगार, प्रेमचंद कश्यप आदि नेता सुभासपा के साथ खड़े हैं। उनका दावा था कि सुभासपा के साथ पूर्वांचल में 18-22 फीसदी राजभर वोटर्स हैं। पूर्वांचल की 150 से अधिक सीटों पर पार्टी का प्रभाव है।
प्रदेश के वाराणसी मंडल, देवीपाटन मंडल, गोरखपुर मंडल, आजमगढ़ मंडल की विधानसभा सीट्स पर गहरी पैठ है। सुभासपा की बंसी, आरख, अर्कवंशी, खरवार, कश्यप, पाल, प्रजापति, बिन्द, बंजारा, बारी, बियार, विश्वकर्मा, नाई और पासवान जैसी उपजातियों पर भी मजबूत पकड़ है।