अतीक अहमद की मौत के बाद अब बहुजन समाज पार्टी से विधायक उमाशंकर सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया है उन्होनें कहा है कि उनकी पार्टी गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को प्रयागराज में मेयर का चुनाव लड़ान चाहती है। शाइस्ता का पछ रखते हुए उन्होनें कहा कि बसपा नेता राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के सिलसिले में शाइस्ता परवीन का नाम नहीं लिया गया है। अतीक अहमद को ट्रांजिट रिमांड पर अहमदाबाद से यूपी लाया गया और दोहरे हत्याकांड के सिलसिले में हिरासत में लिया गया।
शाइस्ता का इस घटना से कोई लेना देना नहीें
बसपा ने कहा, “हमने शाइस्ता परवीन को पार्टी में शामिल कराया और यह भी चाहते थे कि वह प्रयागराज में मेयर के चुनाव में खड़े हों। अब तक न तो सरकार और न ही पुलिस कोई ऐसा वीडियो लेकर आई है, जिसमें शाइस्ता का इस घटना से कोई लेना-देना हो।
शाइस्ता के खिलाफ पार्टी के तरफ से कोई कार्यवाई नहीं
उन्होंने कहा कि जिस दिन शाइस्ता का नाम इस मामले से जुड़ जाएगा, पार्टी उनसे सारे संबंध तोड़ लेगी। उन्होंने कहा, “जिस दिन वह इसमें शामिल होंगी, बसपा उनसे सभी संबंध तोड़ लेगी।” उन्होंने कहा कि अभी तक पार्टी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है और वह अभी भी पार्टी के साथ हैं। इस महीने की शुरुआत में उत्तर प्रदेश पुलिस ने शाइस्ता परवीन की तलाश में कौशाम्बी में छापेमारी की थी। गैंगस्टर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश में छापेमारी की गई। कुछ अपराधियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद तलाशी अभियान चलाया गया। ऑपरेशन करीब 2 घंटे तक चला। ऑपरेशन में एक ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया गया। हालांकि, ऑपरेशन आज सफल साबित नहीं हुआ।
15 अप्रैल को रात में मेडिकल की जांच के लिए ले जाते समय हुई मौत
इसके अलावा हम आपको बताते चलें कि अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल की रात मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय मौत हो गई थी। मीडियाकर्मियों के रूप में प्रस्तुत तीन बदमाशों द्वारा उन्हें बिंदु-रिक्त सीमा पर गोली मार दी गई थी। वे पुलिस की मौजूदगी में मारे गए। तीन शूटरों – अरुण मौर्य, सनी सिंह और लवलेश तिवारी – ने तुरंत बाद खुद को बदल लिया और उन्हें घटनास्थल पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।