मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर निर्माण को लेकर अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए मुलायम सिंह यादव का नाम लिए बिना उन्हें ‘अब्बाजान’ कहा। योगी का ये बयान अब सियासी विवाद में तब्दील होता जा रहा है। अखिलेश यादव ने इस बयान पर नाराजगी जाहिर की तो बीजेपी नेता ने पलटवार करते हुए पूछा, अब्बाजानशब्द से दिक्कत क्या है यह समझ से परे हैं।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, अब्बाजान उर्दू का एक मीठा शब्द है। जैसे पिता को डैडी कहा जाता है वैसे ही अब्बा है। अखिलेश मुलायम सिंह को पिता तो कहते नहीं हैं। असल में उन्हें शब्द की समझ नहीं है। उन्हें सोचना चाहिए। सिद्धार्थ ने पूछा कि उर्दू के शब्दों को लेकर उनके अंदर नफरत क्यों आ गई है। अखिलेश यादव को यह बताना चाहिए।
CM योगी के बयान पर अखिलेश का वार
मुख्यमंत्री योगी द्वारा मुलायम सिंह यादव को अब्बाजान कहे जाने पर अखिलेश यादव ने कहा था कि मुख्यमंत्री किसी और भाषा को जानते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा आपका झगड़ा मुद्दों को लेकर हो सकता है, लेकिन मुख्यमंत्री अपनी भाषा पर संयम रखें अगर वो मेरे पिता जी को कुछ कहेंगे तो मैं भी उनके बारे में बहुत कुछ कह सकता हूं। मुख्यमंत्री मेरे पिता जी के बारे में ऐसी भाषा का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं? मुख्यमंत्री को अपनी भाषा पे संतुलन रखना चाहिये। मेरे पिता जी के बारे में कहेंगे तो अपने पिता के बारे में भी सुनने के लिए तैयार रहें।
दरअसल, शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि उनके अब्बाजान (मुलायम सिंह यादव) कहते थे कि वहां (अयोध्या में) परिंदे को भी पर नहीं मारने देंगे, लेकिन अब वहां राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। अगले तीन साल में वहां एक बड़ा भव्य मंदिर होगा।