रामपुर विधानसभा सीट से पिछले कई सालों से चल रहे विधायक आजम खां को हेट स्पीच के मामले में दोषी पाने पर सुप्रीम कोर्ट ने इनकी सदस्यता रद्द कर दी जिसके बाद से ही रामपुर सीट खाली पड़ी थी। आपकों बता दें कि इस सीट पर सपा का रिकार्ड तोड़ती हुई भाजपा ने यहां पर इतिहास रच दिया है। क्योंकि जनता सपा के झुलमों से तंग आ गई थी। भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने सपा उम्मीदवार आसिम राजा को बुरी तरह से पछाड़ दिया है। यह भाजपा के लिए अहम जीत है क्योंकि भाजपा का यहां की सीट पर पहला कदम है। आएये अब हम आपकों आकड़े के मुताबिक बताते है जिसमें आकाश सक्सेना ने भाजपा को 34136 मतों से भारी मात दी है। भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना को 81 हजार 432 मत प्राप्त हुए है जबकि आसिम राजा को केवल 47296 वोटों से ही संतुष्ट रहनेा पड़ा।
रामपुर में 40 साल से ही आजम खां ही थे विधायक
भाजपा आजादी के बाद पहली बार रामपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीती है। इससे पहले करीब 40 साल से यहां सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां ही विधायक रहे। उनसे पहले इस क्षेत्र में कांग्रेस का वर्चस्व रहा था। रामपुर में नया कीर्तिमान रचने के बाद सक्सेना ने बातचीत में कहा कि रामपुर के मुस्लिम मतदाताओं ने भाजपा को जिताकर यह साबित कर दिया है कि वे भाजपा की कल्याणकारी नीतियों के जरिये अपने जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं। अब रामपुर को एक औद्योगिक नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा।
रामपुर के मुस्लमान भाजपा के साथ
रामपुर की जनता को रोजगार और बेहतर भविष्य चाहिये और इसी को ध्यान में रखते हुए उसने उपचुनाव में मतदान किया है। दूसरी, ओर सपा उम्मीदवार आसिम राजा ने परिणामों पर निराशा जाहिर करते हुए कहा कि मतगणना के 19वें चक्र तक वह करीब सात हजार मतों से आगे थे, लेकिन अचानक 21वें चक्र में आकाश सक्सेना को 12 हजार मतों से आगे कर दिया गया। पुलिस प्रशासन पर उपचुनाव में सपा के मतदाताओं पर ज्यादती करने का आरोप लगाते हुए राजा ने कहा, ”मेरी हार यहां के पुलिस प्रशासन को मुबारक हो।”